लखनऊ। 8 अक्टूबर 2023 को प्रयागराज में भारतीय वायु सेना को स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में एयर शो का आयोजन किया गया है। इस दौरान आसमान में 120 से अधिक विमान उड़ाए जाएंगे।
प्रयागराज में चल रहा शानदार एयर शो
प्रयागराज में 8 अक्टूबर 2023 को भारतीय वायु सेना का 91वां स्थापना दिवस है। इस मौके पर यहां एयरफोर्स सेना की टीम आई हुई है। बताया जा रहा है कि भारतीय वायु सेना के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में प्रयागराज के संगम के ऊपर एयर शो का आयोजन किया गया है। वहीं इससे पहले 6 अक्टूबर को सुबह 7 बजे से 11 बजे तक फुल ड्रेस रिहर्सल बमरौली एयरपोर्ट पर हुआ था। इसके बाद अपराह्न 2:30 से 4 बजे तक संगम में रिहर्सल हुआ। बता दें कि इस समय प्रयागराज का आसमान अदम्य शौर्य का साक्षी बना हुआ है। राफेल, सुखोई, मिग और जगुआर जैसे प्लेन आसमान में अपनी कलाकारी करते हुए नजर आए थे, जिसे देखने के लिए देखने के लिए 10 लाख लोग चिन्हित स्थानों पर पहुंचे थे। इस दौरान बादलों के बीच से जगुआर अचानक गर्जना करते हुए आते, फिर चंद सेकेंडों में गायब हो जाते। तेजस और मिग प्लेन 360 डिग्री में कलाबाजी दिखाते हुए नज़र आए। वहीं अपाचे विमान दूसरी तरफ से आते हुए दिखाई दिए। दर्शकों को अपनी ताकत का एहसास दिलाते हुए आसमान में फायर बॉल्स भी उड़ाए गए।
नभ: स्पृशं दीप्तम्
बता दें कि वायुसेना ने अपने ध्येय वाक्य ‘नभ: स्पृशं दीप्तम्’ के साथ देश की सेवा करते हुए अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं। वायु सेना ने इस ध्येय वाक्य को भगवत गीता के 11वें अध्याय से लिया है। भारतीय वायुसेना अमेरिका, रूस और चीन के बाद दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना मानी जाती है। इसी कारण प्रयागराज के संगम में आसमान को चीरते वायु सेना के लड़ाके विमानों की गर्जना से जल, थल और नभ गूंज उठा। भारतीय वायु के सैनिकों, प्रशिक्षित पैराशूटर्स और कुशल पायलटों ने भारतीय वायु सेना की अदम्य साहस, ताकत और कौशल का प्रदर्शन किया। तिरंगा रंग में पैराट्रूपर्स जब आसमान से नीचे उतरे तो उनके स्वागत के लिए संगम क्षेत्र तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। सभी ने भारत माता की तय का उद्घोष किया।
मिग-29 की शानदार विदाई
भारतीय सेवा में निर्मित स्वदेशी C-295 विमान ने पहली बार संगम पर उड़ान भरी है। वहीं दूसरी ओर मिग-29 अपने आखिरी सफर की ओर निकला। बताया जा रहा है की आज यानी 8 अक्टूबर को इस विमान को भव्य विदाई दी जाएगी। आज इसका आखिरी प्रदर्शन होगा। अब 8 अक्टूबर को वायु सैनिक एयर-शाे में 120 से अधिक विमान उड़ाएंगे।