लखनऊ। कोरोना वैक्सीन लगातार चर्चा का विषय बनी हुई है। वैक्सीन से जुड़ी दो बड़ी खबरें सामने आई हैं. पहली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़ी है और दूसरी सुप्रीम कोर्ट से. वैक्सीन के सर्टिफिकेट से PM नरेंद्र मोदी की तस्वीर हटा ली गई है. दूसरी तरफ कोविशील्ड वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स की जांच की मांग के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका डाली गई है.
डॉक्टर दे रहे अपनी राय
बता दें कि कोविड वैक्सीन के साइड इफेक्ट को लेकर चारो तरफ चर्चा की जा रही है। डॉक्टर इस पर अपनी-अपनी राय बता रहे है। कोविड की तरह ही बिना किसी हृदय की बीमारी और बिना किसी लक्षण के चलते – फिरते, नाचते गाते, दौड़ते खेलते अचानक यूथ और स्वस्थ लोगों को हृदयाघात हो जा रहा है। जबकि सीने में दर्द, घबराहट और पसीना आना इसकी पहचान थी। इसके लिए बिना चार क्लीनिकल जांच और साइड इफ़ेक्ट पर अध्ययन किये ही अंधाधुंध लोगों को लगाई गई कोविड वैक्सीन ही इसकी जिम्मेदार है.
प्रो. डॉ. ओम शंकर ने बताया
BHU कार्डियोलॉजिस्ट ने कहा कि कोविड के लिए वैक्सीन नहीं आया, बल्कि वैक्सीन के लिए कोविड आया था. इतनी जल्दी कोई भी वैक्सीन नहीं तैयार किया जा सकता है. उस पर लंबा शोध कर के तैयार किया जाता है. सरकार को चाहिए कि आने वाले बजट में मेडिकल के लिए बजट बढ़ा कर कार्डियक इंस्टीट्यूट अलग से बनाएं। वहीं एक रिपोर्ट के मुताबिक हर तीसरा व्यक्ति हृदय रोग से ग्रसित है.