Thursday, November 28, 2024

Char Dham Yatra 2024: चार धाम यात्रा पर जाने से पहले रखें इन बातों का ध्यान, नहीं होगी कोई परेशानी

लखनऊ। बीते 10 मई से उत्तराखंड की चार धाम यात्रा (Char Dham Yatra 2024) की शुरू हो गई है। इसके साथ ही यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के कपाट भी भक्तों के लिए खोल दिए गए हैं। बीते दिनों उत्तराखंड में मौसम खराब चल रहा है। साथ ही तेज़ बारिश और श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के कारण कई रास्तों पर ट्रैफिक जाम की ख़बरें भी आई हैं। ऐसे में अगर आप भी चार धाम यात्रा का प्लान बना रहे हैं तो कुछ बातों का अवश्य ध्यान रखें। आइए जानते हैं कि चार धाम की यात्रा के दौरान किन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए-

दरअसल, करीब 6 महीने तक चलने वाली इस यात्रा (Char Dham Yatra 2024) में लाखों श्रद्धालु आते हैं। इसे छोटी चार धाम यात्रा भी कहा जाता है। बता दें कि आदि शंकराचार्य ने देश के चारों कोनों में जो चार पवित्र तीर्थ स्थल स्थापित किए थे, उनकी यात्रा भी चार धाम यात्रा कहलाती है।

इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि उत्तराखंड में चारधाम की इस यात्रा पर जाने वाले सभी तीर्थ यात्रियों के लिए बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन कराना आवश्यक है। इसके लिए यात्री ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों माध्यम से रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। ऐसे में रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए आपको आधिकारिक साइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/ पर जाकर यात्रा से जुड़ी सभी जानकारी देनी होंगी।

इसके लिए आप चाहें तो touristcare.uttarakhand@gmail पर मेल भी कर सकते हैं। इसके अलावा सरकार की तरफ से एक व्हाट्सप्प नंबर भी जारी किया गया है। आप 91 -8394833833 पर यात्रा लिख कर भी अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।

बता दें कि ऋषिकेश सेंटर से हर दिन धाम के लिए 1000 और हरिद्वार सेंटर से प्रति धाम 500 रजिस्ट्रेशन किए जाएंगे। इसके लिए कुल 18 रजिस्ट्रेशन काउंटर खोले गए हैं।

चार धाम यात्रा (Char Dham Yatra 2024) के रजिस्ट्रेशन में पहचान प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है। इसके लिए आप आधार कार्ड, पैन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र या पासपोर्ट के जरिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। इसके अलावा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए पहचान पत्र की स्कैन की गई एक कॉपी होना आवश्यक है।

चार धाम यात्रा के दौरान मौसम बदलने के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में शरीर को एनर्जी देने वाली खाने की चीजें, इमरजेंसी मेडिकल किट जैसे बुनियादी जरूरती सामान को अपने साथ अवश्य ले जाएं।

यदि आवश्यक हो तो सिर्फ रजिस्ट्ररर्ड घोड़ा-खच्चर, डंडी-कंडी और पालकी वाले लोगों की ही सेवा लें। ऐसा इसलिए क्योंकि इनके दाम फिक्स होते हैं।

आप अपनी चार धाम यात्रा की शुरूआत हरिद्वार, ऋषिकेश या देहरादून से कर सकते हैं। इसके लिए हरिद्वार रेलवे स्टेशन सबसे नजदीक है। इसके अलावा यात्रा के लिए बसों के साथ हरिद्वार, ऋषिकेश और देहरादून से भी आपको टैक्सी आसानी से मिल जाएगी।

याद रखें कि अगर आप चार धाम यात्रा का प्लान बना रहे हैं तो कम से कम 7 दिन का ट्रिप बनाएं। क्योंकि हमारे शरीर को वातावरण के अनुसार ढलने में वक्त लगता है।

इसके अलावा यदि आप दिल की बीमारी, अस्थमा, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज के मरीज हैं या गर्भवती महिला हैं तो अपने डॉक्टर की सलाह के बाद ही चार धाम की यात्रा पर जाएं।

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