लखनऊ। कुछ दिनों से मुजफ्फरनगर के श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेज में फैशन स्पलैश 2023 के अंतिम दिन का कैटवॉक खूब चर्चा में है। दरअसल यहां पर लड़कियों ने बुर्के में कैटवॉक किया जो कि वायरल हो गया है। वायरल वीडियो का जमीयत उलेमा ने विरोध किया है। जमीयत के मौलाना मुकर्रम कासमी ने भड़कते हुए इसे मुस्लिमों की भावनाओं को भड़काने वाला बताया। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि बुर्का किसी फैशन शो का हिस्सा नहीं है। इस मामले में अब छात्राओं ने मौलाना को जवाब दिया है।
हमने तो प्रमोट किया
बुर्का पहनकर कैटवॉक करने वाली छात्राओं का कहना है कि फैशन शो में छोटे-छोटे कपड़े भी थे लेकिन हमने बुर्के को ही चुना। इसके द्वारा हम लोगों को अच्छा संदेश देना चाहते थे, बुर्के को प्रमोट करना चाहते थे। अब हमें ही गलत ठहराया जा रहा है। जबकि हम तो बस ये बताना चाह रहे थे कि बुर्के को भी कई तरह से पहना जा सकता है। श्रीराम कॉलेज का नाम लेकर बेवजह मुद्दा बनाया जा रहा है। हमने बुर्के को गलत तरीके से पहना ही नहीं था तो फिर दिक्कत क्या है।
छात्राओं को मिला समर्थन
वहीं इस विवाद पर देवबंद के मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के जिला संयोजक राव मुशर्रफ अली ने लड़कियों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि आधुनिक दौर में इस तरह की चीजें गलत नहीं है। बच्चें डिजाइनिंग में अपना करियर बना रहे हैं। जिन उलेमाओं ने इसपर आपत्ति जताई है उनकी निंदा होनी चाहिए। बच्चियों ने तो बुर्का पहनकर उसे प्रमोट करने का काम किया है, इसके लिए उनकी तारीफ होनी चाहिए।
जानिए मामला
बता दें कि श्रीराम कॉलेज में 24 से लेकर 26 नवंबर तक फैशन स्पलैश-2023 कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमें कई फैशन डिजाइनर्स ने भाग लिया। उन्होंने अपनी बनाई हुई ड्रेस छात्राओं को पहनाई। कई तरह के डिजाइनर कपड़ों में बुर्का भी था। जिसको हिंदू-मुस्लिम छात्राओं ने पहनकर रैंप पर कैटवॉक किया। इसे लेकर ही तब से बवाल मचा हुआ है।