बागपत: उत्तर प्रदेश के बागपत में कथित तौर पर लेडी डॉन के रूप में विख्यात सहायक श्रमायुक्त का मोबाइल तोड़ते हुए वीडियो वायरल होने के बाद और एक लाख रूपये रिश्वत मांगने के मामले में जिला प्रशासन ने सहायक श्रमायुक्त के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए हैं।
दरअसल बीते गुरुवार को बागपत में तैनात सहायक श्रमायुक्त विनीता सिंह का मोबाइल तोड़ते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था। इस वीडियो में वह ईंट के भट्टा पर रहने वाले व्यक्ति का मोबाइल तोड़ते हुए और उस व्यक्ति से बहस भी करते नजर आ रही हैं। ईंट-भट्टा संचालक ने श्रम विभाग के अधिकारीयों पर एक लाख रुपए मांगने का आरोप लगाया था।
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें की बागपत के रमाला गांव निवासी ईंट भट्टा संचालक बिट्टू उर्फ़ उपेंद्र चौहान ने डीएम को दिए शिकायती पत्र में बताया कि ईंट के भट्टे पर कुछ मजदूरों के पेशगी लेने के बाद काम करने से मना कर दिया था। उसने आरोप लगाया था कि कुछ मजदूरों ने ऑनलाइन पोर्टल पर भट्टे में बंधक बनाकर रखने की शिकायत कर दी थी। जिस पर श्रम विभाग के अधिकारीयों की टीम 13 अप्रैल को उनके भट्टे पर पहुंची। इस दौरान उन्हें ईंट भट्टे पर कोई भी मजदूर बंधुआ नहीं मिला और शिकायत गलत पाई गई।
एक लाख रुपए रिश्वत की मांग
आपको बता दें कि आनलाइन पोर्टल पर की गई शिकायत जांच में प्रमाण रहित पाए जाने के बाद भी सहायक श्रम आयुक्त अपने कर्मचारियों के जरिए रिश्वत मांगने लगी और जांच के नाम पर उससे एक लाख रुपये की मांग की गई। उसने 15 हजार रूपए तभी दे दिए, जबकि बाकी रकम दो दिन में देने का अल्टीमेटम दिया गया। रुपए नहीं देने पर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया। इस मामले में ईंट-भट्ठा संचालक ने जिलाधिकारी से अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
अधिकारी का बयान आया सामने
इस मामले पर सहायक श्रमायुक्त का कहना है कि उनकी टीम पर भट्टा मालिक द्वारा हमला किया गया, उनके साथ अभद्रता की गई। जिसका उन्होंने शहर बागपत कोतवाली में एक मुकदमा भी पंजीकृत कराया है। उन पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद है। उन्होंने किसी भी तरह से रिश्वत की पेशकश नहीं की।हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है और मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं।