लखनऊ: आगामी दिनों में 13 नवंबर को यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। हालांकि 10 सीटों पर चुनाव होना था, जिसमें से एक सीट मिल्कीपुर सीट पर चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं होने के कारण अभी तक डेट का पता नहीं लग पाया है। वहीं इस सीट पर चुनाव कब होगा इसका रास्ता आज 17 अक्टूबर को साफ हो जाएगा.
दाखिल याचिका वापस लेने की अपील
बता दें कि इसकी सुनवाई इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में आज गुरुवार को होनी है. अयोध्या की मिल्कीपुर सीट से सपा प्रत्याशी के खिलाफ हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में दाखिल याचिका वापस लेने की बुधवार को अपील की गई.
आज होगी कोर्ट में सुनवाई
हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में जस्टिस पंकज भाटिया की एकल पीठ गुरुवार को अपील पर सुनवाई करेगी. चुनाव याचिका लंबित होने के कारण चुनाव आयोग ने राज्य में होने वाले उपचुनाव में मिल्कीपुर सीट पर चुनाव की तारीख की घोषणा नहीं की थी.
बाबा गोरखनाथ को 13 हजार से ज्यादा वोटों से हराया
बता दें कि 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद ने बीजेपी प्रत्याशी बाबा गोरखनाथ को 13 हजार से ज्यादा वोटों से हराया. बीजेपी प्रत्याशी ने चुनाव प्रक्रिया में गलत हलफनामा दाखिल करने का आरोप लगाते हुए हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में एसपी प्रत्याशी के खिलाफ याचिका दायर की थी. याचिका लंबित होने के कारण इस सीट पर चुनाव की घोषणा नहीं की गयी.
बाबा गोरखनाथ का ये आरोप
बीजेपी नेता बाबा गोरखनाथ का आरोप है कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान सपा नेता ने अपने दस्तावेजों में गलत जानकारी दी है. इसके अलावा, जिस वकील ने अपने हलफनामे को नोटरीकृत किया था, उसके पास नोटरी अधिकार नहीं था।
निर्दलीय प्रत्याशी राम मूरत वापिस लेंगे याचिका
इस मसले पर याचिका दायर की गई थी, लेकिन अब सपा विधायक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसके चलते अब इस याचिका का कोई औचित्य नहीं रह गया है.हमने याचिका वापस लेने की अपील की है. याचिका वापस लेने से मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर चुनाव का रास्ता खुल जाएगा। बीजेपी नेता के अलावा निर्दलीय प्रत्याशी राम मूरत ने भी सपा नेता के खिलाफ याचिका दाखिल की थी. उन्होंने याचिका वापस लेने की भी अपील की है.