लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन को लेकर हुई हिंसा में एक युवक की मौत के बाद जमकर हंगामा हुआ. उपद्रवी लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर निकल पड़े. उन्होंने दुकानों से लेकर शोरूम तक में जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की.इसके बाद पूरे इलाके की स्थिति ठीक नहीं है। सुरक्षा को लेकर काफी संख्या […]
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन को लेकर हुई हिंसा में एक युवक की मौत के बाद जमकर हंगामा हुआ. उपद्रवी लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर निकल पड़े. उन्होंने दुकानों से लेकर शोरूम तक में जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की.इसके बाद पूरे इलाके की स्थिति ठीक नहीं है। सुरक्षा को लेकर काफी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है। इस बीच सोशल मीडिया पर योगी के भरोसेमंद अधिकारी का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
उपद्रवियों पर काबू पाने के लिए डीएम से लेकर एसपी तक सभी सड़कों पर रहे, लेकिन उपद्रवियों ने किसी की नहीं सुनी. इस मामले में सीएम योगी के आदेश के बाद राजधानी लखनऊ से STF चीफ अमिताभ यश भी बहराइच आ पहुंचे हैं. इस दौरान उनका एक वीडियो भी सामने आया है।
एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश पुलिस बल के साथ बहराइच की सड़कों पर बदमाशों का पीछा करते नजर आए. बदमाशों पर काबू पाने के लिए उन्होंने हाथ में पिस्तौल पकड़ ली. इस दौरान उनके एक हाथ में चश्मा और दूसरे हाथ में मोबाइल है. एसटीएफ चीफ के हाथ में पिस्टल देखकर बदमाश सरेंडर करते हुए आगे-आगे भाग रहे थे, जबकि एसटीएफ चीफ पीछे-पीछे भाग रहे थे. अमिताभ यश की इस हरकत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
इससे पहले लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी ने बहराइच हिंसा को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की थी, जिसमें उन्होंने उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के आदेश दिए थे. उन्होंने अधिकारियों को बवाल को लेकर अफवाह फैलाने वालों से सख्ती से निपटने का आदेश दिया. सीएम योगी ने कहा कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि जरूरत पड़े तो लखनऊ से उच्च अधिकारी भी बहराइच जाएं।
रविवार देर रात घटना का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि माहौल खराब करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने अधिकारियों को उपद्रवियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. इसके साथ ही हिंसा के बाद प्रशासन ने मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम को रोक दिया था, सीएम योगी ने मूर्ति विसर्जन फिर से शुरू करने का भी आदेश दिया.
13 अक्टूबर की शाम को बहराइच के महसी तहसील के हरदी क्षेत्र के महराजगंज कस्बे में एक समुदाय विशेष के मोहल्ले से दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस निकल रहा था. आरोप है कि इस दौरान डीजे बजाने को लेकर दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गई. इस दौरान कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया, विरोध करने पर गोलीबारी करने लगे, जिसमें रामगोपाल मिश्रा को गोली लग गई.
इस घटना में करीब 15 लोग बूरी तरह से जख्मी भी हो गए. घायलों का इलाज जारी है, वहीं डॉक्टरों ने रामगोपाल मिश्रा को मृत बताया. रामगोपाल की मौत की खबर आते ही पूरे जिले में कोहराम मच गया. लोग सड़कों पर प्रदर्शन करने के लिए पहुंच गए.