लखनऊ: यूपी की बांदा जेल में बंद पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर अंसारी परिवार ने कई बड़े सवाल उठाए थे. परिजनों ने मुख्तार अंसारी पर जेल के अंदर जहर देने का आरोप लगाया था. इस मामले पर सरकार ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिये थे. आपको बता दें कि इस पूरे मामले की जांच एडीएम राजेश वर्मा कर रहे थे और इसकी न्यायिक जांच गरिमा सिंह कर रही थीं. अब इसकी जांच रिपोर्ट सामने आ गई है.
कई बार बयान देने को लेकर भेजी गई थी नोटिस
बात दें कि जांच के दौरान मुख्तार के परिवार को बयान देने के लिए कई बार जांच टीम से नोटिस मिला था. लेकिन अंसारी परिवार का कोई भी सदस्य कमेटी के सामने बयान देने नहीं आया. बता दें कि अब जिला अधिकारी बांदा ने परीक्षण रिपोर्ट शासन को भेज दी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक मुख्तार की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई. उसे कोई जहर नहीं दिया गया.
जहर देकर मारने का आरोप
बता दें कि 28 मार्च 2024 को देर शाम बांदा की मंडल जेल में अचानक तबीयत बिगड़ने पर मुख्तार को बांदा के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। वहां डॉक्टरों की 9 सदस्यीय टीम ने उनका इलाज किया. लेकिन इलाज के दौरान ही उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया.