लखनऊ: हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों पर मतदान के बाद आज मंगलवार 8 अक्टूबर को वोटों की गिनती हो रही है. इस बीच हरियाणा की सबसे चर्चित जुलाना विधानसभा सीट पर चुनावी परिणाम घोषित हो गए हैं। ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशी विनेश फोगाट को बड़ी जीत मिली है. पेरिस ओलंपिक के बाद ज्वाइन की कांग्रेस […]
लखनऊ: हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों पर मतदान के बाद आज मंगलवार 8 अक्टूबर को वोटों की गिनती हो रही है. इस बीच हरियाणा की सबसे चर्चित जुलाना विधानसभा सीट पर चुनावी परिणाम घोषित हो गए हैं। ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशी विनेश फोगाट को बड़ी जीत मिली है.
जुलाना विधानसभा सीट पर विनेश ने बीजेपी के योगेश बैरागी को हराकर आखिरकार जीत हासिल की। वहीं इंडियन नेशनल लोकदल के सुरेंद्र लाठर तीसरे स्थान पर बने रहे. दरअसल, पेरिस ओलंपिक फाइनल राउंड नहीं खेल पाई। भारत लौटीं विनेश फोगाट 6 सितंबर को दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में बजरंग पुनिया के साथ कांग्रेस में शामिल हुईं. इसके बाद कांग्रेस ने विनेश को हरियाणा की जुलाना विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया.
पहलवान विनेश फोगाट ने 2024 ओलंपिक में 50 किलोग्राम वर्ग में शानदार प्रदर्शन किया था. पहले विनेश ने वर्ल्ड चैंपियन को हराया. इसके बाद उन्होंने क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल में भी शानदार जीत दर्ज की. इसके बाद उन्हें गोल्ड मेडल जीतने का प्रबल दावेदार माना जा रहा था. हालांकि, 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण वह फाइनल से चूक गईं।
इसके बाद विनेश फोगाट ने सिल्वर मेडल के लिए CAS से अपील की थी, लेकिन उनकी दलील सुनने के बाद CAS ने उनका केस खारिज कर दिया. बता दें कि विनेश फोगाट ने भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख रहने के दौरान बृज भूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए साल 2023 में दिल्ली की सड़कों पर उतर आई थीं. इस आंदोलन में उनके साथ बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक भी थे. उस दौरान इन पहलवानों को कांग्रेस का पूरा समर्थन मिला.
बता दें कि जुलाना सीट हमेशा से ही इनेलो और जेजेपी जैसी पार्टियों का गढ़ रही है. जुलाना सीट पर पिछले विधानसभा चुनाव में जननायक जनता पार्टी के अमरजीत डांडा को 61942 वोट मिले थे. उन्होंने बीजेपी के परमिंदर सिंह ढुल को हराया. परमिंदर सिंह को 37,749 वोट मिले. कांग्रेस के धर्मेंद्र सिंह ढुल को 12440 वोटों से संतोष करना पड़ा.
वहीं 2014 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस प्रत्याशी को 23 हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा था. 2009 के चुनाव में भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. विनेश के चुनावी मैदान में होने के कारण इस हाईप्रोफाइल सीट पर सभी की नजरें थीं.