लखनऊ।कानपुर देहात अग्नि कांड मामले में योगी सरकार एक्शन में दिख रही हैं। सीएम योगी ने सख्त कार्रवाई करते हुए एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद एवं लेखपाल को निलंबित कर दिया हैं। जबकि जेसीब ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही इस मामले में कई और अधिकारी भी रडार पर हैं। मामले में 40 लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है।
योगी सरकार ने स्पष्ट आदेश दे दिया है कि सभी दोषी पुलिसकर्मी और अधिकारी जेल भेजे जाएंगे।
जानिए क्या था पूरा मामला
कानपुर देहात के मैथा तहसील की मड़ौली पंचायत के चाहला गांव में जमीन से कब्जा हटाने आई पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की टीम के सामने ही झोपड़ी के अंदर मां और बेटी ने आग लगा ली। दोनों को गृह स्वामी और रुरा इंस्पेक्टर ने बचाने की कोशिश, इसमें वो दोनों भी झुलस गए लेकिन बचा नहीं पाए। इस घटना में मां- बेटी और कई बकरियों की मौत हो गई। मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस प्रशासन पर आग लगाने का आरोप लगाते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया है।
5 करोड़ रुपए की मांग कर रहे परिजन
अधिकारियों द्वारा परिजन को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन परिजन शवों को नहीं उठने दे रहे हैं। साथ ही परिजन पांच करोड़ रुपए, सरकारी नौकरी एवं दोनों बेटों के लिए आवास की मांग कर रहे हैं।
शिवपाल सिंह यादव ने साधा सरकार पर निशाना
वहीं इस मामले में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने ट्वीट कर सरकार पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि कानपुर में अतिक्रमण हटाने पहुंचे प्रशासन के सामने ही मां-बेटी ने आग लगाकर जान दे दी और पुलिस तमाशा देखती रही। अतिक्रमण हटाने व बुलडोजर के जोश में प्रशासन आखिर अपना होश क्यों खो रहा है। क्या ‘ महिला सशक्तिकरण’ व ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ की बात केवल कागजी नीति है?