लखनऊ: सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू व बीजेपी नेता अपर्णा यादव ने अब अपना कार्यभारी संभाल लिया है. अपर्णा यादव ने पद ग्रहण करते ही अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। मीडिया से बात करते हुए कई सवालों का जवाब दिया। इस बीच अपर्णा यादव के साथ ब्रजेश पाठक की पत्नी भी मौजूद रहीं। नाराजगी की अटकलों पर पूर्ण विराम लगाते हुए उन्होंने अपना नया कार्यभार संभाल लिया है। इस दौरान उन्होंने खुलकर बात की है। जिसके कई मायने निकाले जा रहे हैं।
परिवार वालों से हरी झंडी हमेशा
जब अपर्णा यादव से मीडिया वालों ने सवाल के तौर पर पूछा कि – क्या सपा और अखिलेश यादव ने आपको हरी झंडी नहीं दिखाई, इसलिए आप वहां (सपा) नहीं गईं? इसपर उन्होंने जबाव देते हुए कहा कि कौन कहा आपसे? परिवार वालों से हरी झंडी हमेशा है. मेरे साथ परिवार पहले भी खड़ा था और आज भी है. दरअसल, उनके इस बयान से साफ हो गया कि आगे भी परिवार के विरोध में वह बोलने से पीछे हटेंगी।
कोई नाराजगी नहीं है, परिवार में ये सब होता रहता है
इससे पहले भी अपर्णा यादव ने कभी भी अखिलेश यादव और उनके परिवार के खिलाफ सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा है. उन्होंने एक बार फिर इस बात का संकेत दिया है. इसके बाद जब नाराजगी से जुड़ा सवाल पूछा गया तो अपर्णा यादव ने कहा, ‘जिम्मेदारी दी गई है, कोई नाराजगी नहीं है, परिवार में ये सब होता रहता है.’ यानी उनके बयान से साफ था कि अंदर कुछ चल रहा है.
उन्हें आश्वासन भी दिया गया
बीजेपी और आलाकमान से मिले आश्वासन पर अपर्णा यादव ने भी मुहर लगा दी. उन्होंने कहा, ‘मैं सबसे मिली , सबने मुझे भरोसा दिया है. अब अच्छा काम करेंगे. यानी साफ था कि उनकी नाराजगी की अटकलों के बीच बीजेपी उनसे संपर्क में थी और लगातार बातचीत चल रही थी. इतना ही नहीं पार्टी की ओर से उन्हें आश्वासन भी दिया गया है.
सुर्ख़ियों में बनी थी अपर्णा
बता दें कि पिछले कई दिन पहले ही भाजपा नेता अपर्णा यादव को प्रदेश की योगी सरकार ने यूपी महिला आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया था. लेकिन उन्होंने इस पद की जिम्मेदारी नहीं संभाली थी। ऐसे में उन्हें मिली जिम्मेदारी से नाराज होने की खबरें भी खूब सुर्खियों में बनी रही।