लखनऊ। राज्य के बिजलीकर्मियों ने आज रात से 72 घंटे के लिए हड़ताल का ऐलान किया है। बता दें कि विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति ने 16 मार्च की रात से 72 घंटे की हड़ताल का ऐलान किया है। हालांकि इस मामले को लेकर सरकार ने भी सख्त रूप अपनाया है। संघर्ष समिति ने बुधवार से ही कार्य का बहिष्कार शुरू कर दिया है, इसे लेकर वो अलग-अलग जगहों पर हड़ताल और नारेबाजी कर रहे हैं। राजधानी लखनऊ में भी बिजली कर्मचारियों ने मशाल जुलूस निकाले।
सख्ती दिखा रही सरकार
सरकार इस मामले को लेकर पूरी सख्ती दिखा रही है। इस कड़ी में बिजलीकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं और कंट्रोल रूम सक्रिय कर दिए गए हैं। वहीं ऑफिसर्स एसोसिएशन ने सरकार का साथ देने का निर्णय लिया है।
जानिए बिजलीकर्मियों की मांगे
बता दें कि बिजलीकर्मियों द्वारा मांग की जा रही है कि कार्यरत एवं सेवानिवृत्त बिजलीकर्मियों के घरों पर मीटर नहीं लगाया जाए। विद्युत उत्पादन एवं पारेषण की निजीकरण की प्रक्रिया को तुरंत निरस्त कर दिया जाए। ओबरा एवं अनपरा में 800-800 मेगावाट क्षमता की दो-दो इकाइयों के निर्माण, परिचालन एवं अनुरक्षण का कार्य एनटीपीसी या किसी अन्य इकाई के बजाय उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम को सौंपा जाए। इसके अलावा बिजली कर्मियों की पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाए। इसके साथ ही तेलंगाना व राजस्थान की तरह संविदा कर्मियों को नियमित किया जाए।