लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उन्नाव में हुए भीषण सड़क हादसे में एक ही परिवार के 7 लोगों की मौत हो गयी. उन्नाव के औरास इलाके में आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर डिजायर कार डिवाइडर तोड़कर दूसरी लेन पर XUV से टकरा गयी. बाराबंकी के चित्रगुप्त नगर के रहने वाले दिनेश कुमार राजपूत, उनकी पत्नी, उनके […]
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उन्नाव में हुए भीषण सड़क हादसे में एक ही परिवार के 7 लोगों की मौत हो गयी. उन्नाव के औरास इलाके में आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर डिजायर कार डिवाइडर तोड़कर दूसरी लेन पर XUV से टकरा गयी. बाराबंकी के चित्रगुप्त नगर के रहने वाले दिनेश कुमार राजपूत, उनकी पत्नी, उनके दो बच्चें, उनकी सास और दो सालियों की मौत इस सड़क दुर्घटना में हो गयी. वहीं इसमें उनका 9 साल का बेटा लक्ष्य बच गया. आज दोपहर बाराबंकी के बसौली गांव जब सबका शव पहुंचा तो देखने वाले सिहर उठे. मृतक दिनेश के पिता जब बेटे, बहू और पोते को कंधे दे रहे थें तो पूरा गांव रो पड़ा. सबकी आंखें भरी हुई थी. पूरा गांव ग़मगीन था. सभी उस पीड़ित पिता के साथ दौड़ रहे थें, जिन्होंने अपने हाथों से अपने बेटे, बहू और पोते को अग्नि दी.
रामलखन के पास अब उनका पोता लक्ष्य बचा हुआ हैं. लक्ष्य इस वक़्त लखनऊ के ट्रामा सेंटर में एडमिट हैं. जबकि उसकी नानी और दो मौसियों का दाह संस्कार उनके पैतृक निवास बहराइच में किया गया.
बताया जा रहा है कि शुक्रवार की शाम तक लक्ष्य का छोटा भाई आर्यन जीवित था लेकिन उसकी हालत गंभीर थी. शनिवार की सुबह उसकी भी मौत हो गयी. वहीं हादसे के बाद से लक्ष्य बहुत रो रहा है और अपनी मां को ढूंढ रहा है. बार-बार सबसे कहता है कि मुझे पापा के पास जाना हैं, नानी के पास ले चलों ……. मम्मी कहां है मेरी, बहन को बुलाओं. लक्ष्य को ऐसे रोता देखकर ट्रामा सेंटर के डॉक्टर और स्टाफ भी इमोशनल हो रहे हैं.
सब लोग लक्ष्य को समझाने में लगे हुए हैं. वो बताता है कि वो लोग आगरा में ताजमहल देखने गए थे. वहां से लौटते वक़्त गाड़ी में अंताक्षरी खेल रहे थें. तभी जोर की आवाज हुई और गाड़ी पलट गयी. लक्ष्य ने बताया कि मम्मी, पापा , नानी, मौसी, गौरी(बहन) कोई कुछ बोल ही नहीं रहा था. सिर्फ खून ही दिखाई दे रहा था, तभी पुलिस अंकल ने उसे गोद में उठाकर गाड़ी में बैठाया और हॉस्पिटल भेज दिया.