लखनऊ। उत्तर प्रदेश की आजमगढ़ लोकसभा सीट से सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ ने आज शून्यकाल के दौरान अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास का मुद्दा उठाया। बीजेपी सांसद निरहुआ ने खुद को पिलर पीड़ित बताते हुए कहा कि मेरी सीट इस पिलर के बाद है। पिलर पीड़ित होने की वजह से मैं अपनी समस्याओं की […]
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की आजमगढ़ लोकसभा सीट से सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ ने आज शून्यकाल के दौरान अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास का मुद्दा उठाया। बीजेपी सांसद निरहुआ ने खुद को पिलर पीड़ित बताते हुए कहा कि मेरी सीट इस पिलर के बाद है। पिलर पीड़ित होने की वजह से मैं अपनी समस्याओं की तरफ आपका ध्यान नहीं आकृष्ट कर पाता हूं।
बीजेपी सांसद ने बिना सपा का नाम लिए उसपर निशाना साधते हुए कहा कि मेरी ही तरह मेरा निर्वाचन क्षेत्र भी पिलर पीड़ित रहा है लेकिन आजमगढ़ की जनता ने उस पिलर को ढाह दिया है, जिससे सरकार की नजर उसकी तरफ जाए। इस दौरान निरहुआ ने सरकार से आजमगढ़ में पर्यटन के विकास की बात कही।
शून्यकाल काल के दौरान चर्चा करते हुए उन्होंने आजमगढ़ की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत की चर्चा की और कहा कि जिस तरह से वाराणसी में बाबा विश्वनाथ और गोरखपुर में गुरु गोरखनाथ है। वैसे ही हमारे संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में भैरवनाथ हैं। निरहुआ ने बाबा विश्वनाथ धाम की तरह भैरवनाथ धाम के विकास की मांग करते हुए कहा कि आजमगढ़ में कई ऋषियों के आश्रम हैं, जो अब नदी की कटान के कारण अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं।
बता दें कि अखिलेश यादव ने 2022 विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद इस सीट पर हुए उपचुनाव में निरहुआ ने जीत दर्ज की थी। जिसके बाद वो सांसद निर्वाचित हुए थे।