लखनऊ। लोकसभा चुनाव को लेकर पूरे देश भर में इस समय राजनीति चरम सीमा पर पहुंच चुकी है। ऐसे में हाल ही में योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर का दिया गया बयान अब उन्हीं पर भारी पड़ता दिख रहा है। ये दावा ओपी राजभर के गले का फांस बन चुका है। ओपी राजभर ने अपने भाषण के दौरान कहा था कि अगर कोई नेता थाने जाता है और वे पीला गमछा ओढ़ कर जाए तो ऐसे में थाने में तैनात पुलिस को इसके चेहरे में मेरा चेहरा दिखेगा।
जानें पूरा मामला
राजभर के इस बयान के बाद फर्रुखाबाद में सुभासपा का नेता पीला गमछा डालकर थाने पहुंचा तो ऐसा होता नजर नहीं आया। थानेदार ने सभुसपा जिलाध्यक्ष की हैकड़ी निकाल दी। जिलाध्यक्ष का गमछा उतरवा दिया और फोन भी अपने पास रख लिया। अपने इस साथ हुए इस दुर्व्यवहार की चर्चा फर्रुखाबाद के जिलाध्यक्ष संजेश कश्यप ने मीडिया के सामने आकर की। जिसके बाद राजभर ने झेपते हुए उन्हें ही पहचानने से इनकार कर डाला। जिससे आहत जिलाध्यक्ष ने अब सुभासपा से अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
पूरी टीम के साथ जिलाध्यक्ष ने दिया इस्तीफा
बता दें कि जिलाध्यक्ष ने पूरी टीम के साथ इस्तीफा दिया है। इस इस्तीफे में जिलाध्यक्ष संजेश कश्यप ने लिखा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के लिए वे पिछले 4 साल से पूरी निष्ठा के साथ पार्टी के लिए काम कर रहे है। अब राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पहचानने से मना कर दिया है। सभी के सामने ये कह दिया कि जिलाध्यक्ष को नही जानते हैं। इसके आगे संजेश ने कहा कि इससे मै बेहद आहत हूं। इससे आहत होकर अपनी पूरी टीम के साथ पार्टी से इस्तीफा दे रहे हूं। इस्तीफे के बाद से अब लोग चटकारे लेकर इस मामले पर चर्चा कर रहे हैं।