लखनऊ: इन दिनों उत्तर प्रदेश की राजनीतिक गलियारों में तापमान बढ़ा हुआ है। इस बीच सत्ता धारी पार्टी और विपक्षी दलों के बीच लगातार आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। वहीं इस दौरान प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की एंट्री हो गई हैं। आज शुक्रवार को उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। उपमुख्यमंत्री ने आरोप लगाया है कि अखिलेश यादव भाषा की मर्यादा भूल चुके हैं। उनकी बयानबाजी से सिर्फ संत समुदाय का ही नहीं बल्कि राज्य की 25 करोड़ जनता का भी अपमान हो रहा है।
ये है पूरा मामला
बता दें कि कुछ दिन पहले ही सपा चीफ अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जमकर निशाना साधा था। हमला बोलते हुए अखिलेश ने कहा था कि ‘मठाधीश और माफिया में कोई फर्क नहीं होता’. सपा मुखिया के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में भूचाल मच गया था। इसका जवाब मुख्यमंत्री योगी ने गुरुवार 19 सितंबर को अयोध्या में दिया।
सीएम योगी ने कहा कि, “माफियाओं के समक्ष नाक रगड़ने वाला इंसान, दंगाइयों के समक्ष घुटने टेकने बाद वाला इंसान आज भारत की संत परंपरा को माफिया का नाम देता है। ये तो उनके संस्कार को बताता हैं। लगता है औरंगजेब की आत्मा उनमें घुस चुकी है और उन्हें हिंदू विरोधी व्यवहार करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।”
अखिलेश ने ट्वीट कर दिया जवाब
हालांकि सीएम योगी के इस बयान के बाद सपा मुखिया ने आज शुक्रवार को फिर एक बार बिना नाम लिए मुख्यमंत्री योगी पर जमकर वारा किया है। अखिलेश यादव ने कहा कि, “भाषा से पहचानिए असली संत महंत, साधु वेष में घूमते जगह में धूर्त अनंत.”
केशव प्रसाद मौर्य ने क्या बोला?
अखिलेश यादव के बयान पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने हमला बोलते हुए एक्स पर ट्वीट किया कि, “सपा मुखिया श्री अखिलेश यादव जी आप कांग्रेस के मोहरा और श्री राहुल गांधी के दरबारी बनने के बाद से भाषा की मर्यादा भूल गए हैं और आपके बयानबाज़ी से केवल संपूर्ण संत समाज का ही नहीं प्रदेश की 25 करोड़ जनता का भी अपमान हो रहा है । ऐसे बयान के लिए आप सार्वजनिक रूप से क्षमा माँगें। आपकी भाषा ही सपा को समाप्त वादी पार्टी बनायेगी ।”