लखनऊ। फिरोजाबाद में मंगलवार यानी 12 मार्च को एक महिला SDM अपना वेश बदल कर अचानक सरकारी हॉस्पिटल पहुंची। SDM ने मरीज का वेश बदल कर हॉस्पिटल पहुंचना चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं अचानक अस्पातल पहुंचने के पीछे का कारण बताया जा रहा है कि हॉस्पिटल का निरक्षण करने के लिए जिला मुख्यालय से अफसर आने वाले थे। तभी मरीजों ने फोन कर जिला मुख्यालय को बताया कि शकीला नईम स्वास्थ्य केंद्र पर अभी तक कोई डॉक्टर्स नहीं पहुंचे हैं। इसको देखते हुए महिला SDM स्वास्थ्य केंद्र का गोपनीय निरीक्षण करने अचानक पहुंची।
नाम बदल कर OPD कार्ड बनवाया
बता दें कि मंगलवार को महिला SDM शकीला नईम स्वास्थ्य केंद्र पर अचानक पड़ताल करने पहुंची। इस दौरान वे दुपट्टे से घूंघट निकाल कर पैदल अस्पातल पहुंचीं। आमजन की तरह ही हॉस्पिटल की लाइन में लग कर दूसरे नाम का OPD कार्ड बनवाया। इसके बाद वे डॉक्टर को दिखाने के लिए भी लाइन में लगीं।
जानें पूरा मामला
मंगलवार सुबह 11.30 बजे फिरोजाबाद स्थित शकीला नईम स्वास्थ्य केंद्र पर घूंघट किए हुए एक महिला मरीजों की लाइन में खड़ी थी। इस दौरान महिला ने डॉक्टर का पर्चा बनवाया व डॉक्टर के पास चेकअप करवाने पहुंचीं। तभी डॉक्टर को वह बोलीं, मैं SDM सदर IAS कृतिराज। इससे वहां मौजूद कर्मचारियों के बीच अफरातफरी शुरू हो गई। इसके बाद महिला SDM ने स्टॉक में रखी दवाइयां का जायजा लिया, पाया गया कि आधी से अधिक दवाइयां और इंजेक्शन एक्सपायर थे। उस दौरान हॉस्पिटल में रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने वाले कर्मचारी उपस्थित नहीं थे।
अचानक पहुंचने के पीछे का कारण
लगातार हॉस्पिटल ने मरीजों द्वारा शिकायत मिल रही थी। मरीजों का कहना था कि अस्पताल में डॉक्टर्स और कर्मचारी मरीजों के साथ दुर्व्यवहार करते रहते हैं। इसको देखते हुए मंगलवार सुबह SDM जिला मुख्यालय से तहसील आने वाली थीं। तभी मरीज के द्वारा फोन कर बताया गया कि हॉस्पिटल में अभी तक कोई डॉक्टर्स नहीं आए हैं। इसपर महिला SDM अपना वेश बदल अचानक हॉस्पिटल पहुंच कर इनसभी चीजों का जायजा लिया। बता दें कि फिरोजाबाद के शकीला नईम स्वास्थ्य केंद्र पर कुत्ता काटने के इंजेक्शन लगाई जाती है।
अस्पताल की व्यवस्था थी अव्यवस्थित
महिला SDM ने इस मामले में बताया कि हॉस्पिटल के कर्मचारी मरीजों को खड़े-खड़े ही इंजेक्शन लगा रहे थे। हॉस्पिटल में रखे हुए मरीजों के लिए बेड पर काफी धूल थी। डिलीवरी रूम और शौचालय भी गंदा पड़ा था। ORS के पैकेट, कुत्ते काटने के इंजेक्शन और स्टोर में रखी 50 प्रतिशत से ज्यादा दवाएं की डेट खत्म थी। डॉक्टर्स में सेवाभाव बिल्कुल भी नहीं था। मरीजों के प्रति उनका व्यवहार सही नहीं दिखा। इसको देखते हुए कार्रवाई के लिए निरीक्षण रिपोर्ट DM को भेजी जा रही है।