लखनऊ। कांग्रेस पार्टी ने पार्टी के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम को पार्टी के खिलाफ लगातार बयानबाजी व बीजेपी के नेताओं से नजदीकियां बढ़ने के कारण पार्टी से 6 साल तक के लिए निष्कासित कर दिया है. बता दें कि कुछ दिन पहले यानी 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम हुआ था जिसमें कांग्रेस पार्टी द्वारा कार्यक्रम में न जाने से पार्टी के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम लगातार अपनी पार्टी के खिलाफ बोलते हुए दिख रहे थे।
प्रेस रिलीज द्वारा मिली जानकारी
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रेस रिलीज नोट जारी करते हुए बताया है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अनुशासनहीनता की शिकायतों और पार्टी के खिलाफ बार-बार बयानबाजी को ध्यान में रखते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम को तत्काल रूप से पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित करने का निर्देश उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी को दी है. हालांकि आचार्य प्रमोद कृष्णम ने शनिवार (10 फरवरी) को कांग्रेस नेता के साथ-साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद से मुलाकात की थी. मुलाकात वाली तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेट फार्म एक्स पर शेयर करते हुए लिखा, “कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य पूर्व कानून मंत्री सलमान खुर्शीद को श्री कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह का सादर निमंत्रण.”
बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं को निमंत्रण
ऐसे में कल्कि धाम के कार्यक्रम के लिए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं को निमंत्रण भी दिया था. पिछले कई दिनों से प्रमोद कृष्णम लगातार कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयानों को लेकर भी बयान देते हुए दिखे हैं. इसके अलावा वह पार्टी के खिलाफ भी बयान देते नजर आए हैं.
क्या बीजेपी में शामिल हो सकते हैं कृष्णम?
साल 2019 में आचार्य प्रमोद कृष्णम लखनऊ लोकसभा सीट से राजनाथ सिंह के खिलाफ चुनाव लड़े थे. सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि आचार्य प्रमोद कृष्णम इस बार भी लोकसभा का चुनाव लड़ने की तैयरी में है. लखनऊ के साथ-साथ वह संभल से भी चुनाव लड़ने की तैयारी में थे। वहीं समाजवादी पार्टी संभल और लखनऊ की लोकसभा सीट पर अपना एक-एक उम्मीदवार का एलान कर चुका है. इस कारण से भी वह पार्टी से नाराज चल रहे थे. आशंका है कि प्रमोद कृष्णम आगामी दिनों में भजपा से जुड़ सकते हैं और बीजेपी इन्हें आगामी लोकसभा चुनाव में किसी सीट से उम्मीदवार बना सकती है।