लखनऊ। लोकसभा चुनाव के मद्देजन में उत्तर प्रदेश को सबसे अहम राज्य माना जाता है। बता दें कि यूपी में सबसे अधिक लोकसभा सीटें (80) हैं। बता दें कि लोकसभा के सातवें चरण और अंतिम चरण में राज्य की 13 सीटों पर मतदान संपन्न हो चुका है। जिसमें महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव (सुरक्षित), घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर और राबर्ट्सगंज (सुरक्षित) सीट शामिल हैं। लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को जारी होंगे। लेकिन उससे पहले आने वाले एग्जिट पोल (UP Exit Poll 2024) के द्वारा काफी हद तक सबकुछ साफ हो जाएगा।
बता दें कि यूपी में लोकसभा चुनाव के लिए सपा और कांग्रेस ने गठबंधन किया हुआ है। लेकिन बसपा अकेले ही चुनाव लड़ रही है। वहीं बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में रालोद, अपना दल एस, सुभसपा और निषाद पार्टी शामिल हैं। अब देखना होगा कि यूपी में किस गठबंधन को जीत हासिल होने वाली है।
भाजपा का 400 पार का लक्ष्य
इस बार के चुनाव में उत्तर प्रदेश 80 लोकसभा सीटों पर खास फोकस था। जिसमें बीजेपी ने प्रदेश की सभी 80 सीटों को जीतने का लक्ष्य रखा था ताकि 400 पार की मंजिल तक पहुंचा जा सके। इसे लेकर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ समेत बीजेपी के तमाम दिग्गजों ने अपनी पूरी ताक़त लगाई थी। वहीं दूसरी तरफ एनडीए का मुक़ाबला करने के लिए सपा-कांग्रेस ने भी गठबंधन कर चुनाव लड़ा, जिसके बाद यूपी में इंडिया गठबंधन भी मज़बूती से चुनाव लड़ता दिखाई दिया।
एग्जिट पोल के नतीजे (UP Exit Poll 2024)
गौरतलब है कि चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद से चुनाव की प्रक्रिया के दौरान कोई भी एग्जिट पोल या सर्वे जारी नहीं किया जा सकता। इसे अंतिम चरण के मतदान खत्म होने के आधे घंटे बाद ही जारी किया जा सकता है। अंतिम चरण का मतदान संपन्न हो चुका है। ऐसे में एग्जिट पोल के आंकड़ें आना शुरू हो चुके हैं।