लखनऊ। यूपी के सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर भी रामचरित मानस विवाद में कूद पड़े हैं। रामचरित मानस पर टिप्पणी करने वालों को उन्होंने बाबर की संतान कहा हैं। साथ ही विरोधियों को घेरते हुए कहा कि जातिगत बयान देकर विपक्ष राजनीतिक रोटियां सेंकना चाहते हैं, लेकिन इससे उनकी दाल नहीं गलने वाली है। सनातन पर […]
लखनऊ। यूपी के सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर भी रामचरित मानस विवाद में कूद पड़े हैं। रामचरित मानस पर टिप्पणी करने वालों को उन्होंने बाबर की संतान कहा हैं। साथ ही विरोधियों को घेरते हुए कहा कि जातिगत बयान देकर विपक्ष राजनीतिक रोटियां सेंकना चाहते हैं, लेकिन इससे उनकी दाल नहीं गलने वाली है।
मालूम हो कि सहकारी मंत्री जेपीएस राठौर आगरा- लखनऊ- एक्सप्रेस वे के करहल कट पर पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। इसी दौरान रामचरित मानस से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि हम सभी धर्मों का आदर करते हैं। लेकिन सनातन धर्म और रामचरित मानस पर टिप्पणी करने वाले बाबर की संतानें हैं। धर्म पर प्रहार करने वालों को जनता जवाब देगी।
सहकारिता मंत्री से जातिगत जनगणना पर जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जब सपा खुद सरकार में थी तो उस वक्त जातिगत जनगणना क्यों नहीं करवाई। अब राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए इस तरह का बयान दे रहें हैं।