लखनऊ: उत्तर प्रदेश में जल्द ही उपचुनाव की तारीखों की घोषणा की जा सकती है। इसको लेकर बीजेपी व सपा ने अपनी तैयारियां भी शुरू कर दी है। यूपी उपचुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने आज सोमवार को सीएम आवास पर भाजपा कोर कमेटी की बैठक की। सीएम योगी ने आगामी उपचुनाव की रणनीति पर विचार किया। वहीं दूसरी तरफ सपा चीफ अखिलेश यादव भी अपने पार्टी के दिग्गज नेताओं के साथ लगातार बैठक कर रहे हैं।
बीजेपी कोर कमेटी की आज हुई बैठक
आज सोमवार को सीएम योगी के मौजूदगी में बीजेपी कोर कमेटी की बैठक बुलाई गई. इस बैठक में दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक मौजूद रहे.बैठक में उनके अलावा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी और संगठन महासचिव धर्मपाल भी शामिल हुए. इस बैठक में जातिगत समीकरणों से लेकर क्षेत्रीय समीकरणों और आगामी उपचुनावों में उम्मीदवारों के चयन जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई.
आगामी उपचुनाव सीएम योगी के लिए बेहद ख़ास
यह उपचुनाव बीजेपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए बेहद अहम हो गया है क्योंकि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यूपी में हार का सामना करना पड़ा था. भाजपा ने इस उपचुनाव को अपनी इज्जत का सवाल बना लिया है. इस चुनाव में बीजेपी ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतकर ये संदेश देना चाहती है कि यूपी में ऑल इज वेल है. सीएम योगी ख़ुद उपचुनाव की सभी 10 सीटों पर दौरा किए हैं. उन्होंने मिल्कीपुर और कटेहरी सीट की जिम्मेदारी अपने हाथों में ली है.
सपा ने भी की अधिकारियों के साथ बैठक
समाजवादी पार्टी भी इस उपचुनाव में कोई कसर छोड़ने के मूड में नहीं है. उपचुनाव के साथ-साथ सपा की नजर 2027 के उपचुनाव पर भी है. इसके मद्देनजर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव हर लोकसभा और जिलेवार पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं. इसी दौरान सपा चीफ ने आज सोमवार को लालगंज लोकसभा के पदाधिकारियों के साथ अहम बैठक की. जिसमें विधानसभा चुनाव के साथ-साथ उपचुनाव की तैयारियों की भी समीक्षा की गई.
नवंबर में चुनाव होने की संभावना
बता दें कि उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर उपचुनाव को लेकर चुनाव आयोग जल्द ही ऐलान कर सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नवंबर माह में उपचुनाव हो सकता हैं. क्योंकि नियमों के अनुसार निर्वाचन आयोग को ख़ाली हुई सीटों पर 6 माह के अंदर चुनाव कराने होते हैं. प्रदेश की इन सीटों पर उपचुनाव होना है करहल, मिल्कीपुर, फूलपुर, मझवां, कटेहरी, सीसामऊ, कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर और मीरापुर.