लखनऊ। यूपी पुलिस के बाद अब यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट की गणित और जीव विज्ञान की क्वेश्चन पेपर लीक हो गया। प्रश्नपत्र लीक करने में श्री अतर सिंह इंटर कालेज के प्रबंधक का बेटा विनय चौधरी मुख्य आरोपी पाया गया है। वह पुलिस के हाथ नहीं आ सका है। हालांकि प्राथमिक पड़ताल में पता चला कि […]
लखनऊ। यूपी पुलिस के बाद अब यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट की गणित और जीव विज्ञान की क्वेश्चन पेपर लीक हो गया। प्रश्नपत्र लीक करने में श्री अतर सिंह इंटर कालेज के प्रबंधक का बेटा विनय चौधरी मुख्य आरोपी पाया गया है। वह पुलिस के हाथ नहीं आ सका है। हालांकि प्राथमिक पड़ताल में पता चला कि परीक्षा शुरू होने से पहले ही प्रबंधक के बेटे ने प्रश्नपत्रों के लिफाफे को खोलकर मोबाइल से फोटो खींच लिए थे। 1 घंटे बाद इन्हें ग्रुप पर वायरल कर दिया।
बता दें, विनय चौधरी जो की आरोपी पाया गया है। वह श्री अतर सिंह इंटर कालेज में कंप्यूटर ऑपरेटर है। व्हाटसएप पर ऑल प्रिंसिपल नाम से ग्रुप बना हुआ है। इस ग्रुप से तकरीबन 900 प्रधानाचार्य जुड़े हुए हैं। यह ग्रुप प्रधानाचार्यों के लिए बनाया गया है। मगर, विनय चौधरी भी जुड़ा हुआ था, जबकि वह प्रधानाचार्य नहीं हैं। दोपहर में 3 बजकर 11 मिनट पर उसने प्रश्न पत्र ग्रुप पर डाल दिए थे, जब ग्रुप के अन्य सदस्यों ने प्रतिक्रिया दी तो तस्वीर डिलीट कर दीं। इसके बाद विनय ग्रुप से भी अलग हो गया। मगर, तब तक प्रश्नपत्र वायरल हो गए।
डीसीपी पश्चिमी जोन सोनम कुमार ने बताया कि परीक्षा अधिनियम और IT एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है। कालेज के प्रबंधक राजेंद्र सिंह को थाने लाकर पूछताछ की गई। पता चला कि उसके बेटे विनय ने परीक्षा शुरू होने से पहले ही प्रश्नपत्रों के फोटो खींच लिए थे। प्रश्न पत्र के लिफाफे कक्ष में भेजे जाते हैं। इससे पहले लीक कर दिया। मगर, उन्हें एक घंटे बाद डाला गया। आशंका है कि वह पेपर किसी को भेजना चाहता था। मगर, ग्रुप पर भी चले गए। अब पुलिस विनय की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। उसके एक भाई को भी हिरासत में लिया गया है। मुकदमे में अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक गंभीर सिंह और स्टेटिक मजिस्ट्रेट गजेंद्र सिंह भी आरोपी हैं। उनसे भी पुलिस पूछताछ करेगी।