लखनऊ: यूपी के डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद के विवादित बयान के बाद गाजियाबाद समेत देशभर का माहौल गरमा गया है. पैगंबर पर विवादित टिप्पणी के बाद यूपी समेत कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन शुरू है, जिसके बाद गाजियाबाद से लेकर हैदराबाद तक कई जगहों पर नरसिंहानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गईं. सुरक्षा […]
लखनऊ: यूपी के डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद के विवादित बयान के बाद गाजियाबाद समेत देशभर का माहौल गरमा गया है. पैगंबर पर विवादित टिप्पणी के बाद यूपी समेत कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन शुरू है, जिसके बाद गाजियाबाद से लेकर हैदराबाद तक कई जगहों पर नरसिंहानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गईं. सुरक्षा के लिए डासना मंदिर के आसपास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है.
महंत यति नरसिम्हानंद के खिलाफ गाजियाबाद पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में ऐसी धाराएं लगाई गई हैं जिनमें तीन साल से कम की सजा का प्रावधान है, इसलिए पुलिस ने डासना मंदिर के महंत को गिरफ्तार नहीं किया है.
बीते शुक्रवार रात नरसिंहानंद के भड़काऊ बयान का वीडियो वायरल होने के बाद गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के बाहर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए. मंदिर प्रमुख नरसिंहानंद के बयान को लेकर विरोध शुरू होने के बाद पुलिस ने मंदिर के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी है. इसके अलावा गाजियाबाद पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे 10 लोगों को गिरफ्तार किया है.
डासना मंदिर के एंट्री गेट पर बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं. सुरक्षा जांच के बाद ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति है। मंदिर के बाहर गाजियाबाद पुलिस की 4-5 पीसीआर वैन खड़ी की गई हैं. नरसिंहानंद के खिलाफ पहले से ही कई मामले दर्ज हैं, जिसमें दिसंबर 2021 में हरिद्वार में एक सम्मेलन में दिए गए कथित नफरत भरे भाषण का मामला भी शामिल है। इस मामले में वह जमानत पर थे।
नरसिम्हानंद के खिलाफ तेलंगाना समेत कई राज्यों में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है. एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को हैदराबाद के पुलिस आयुक्त सीवी आनंद को एक ज्ञापन सौंपकर नरसिम्हानंद की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की।
इतना ही नहीं उनके खिलाफ महाराष्ट्र के अमरावती शहर में भी एफआईआर दर्ज की गई है, जहां उनके बयान के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन में 21 पुलिसकर्मी घायल हो गए और पथराव के दौरान 10 पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।