लखनऊ। महाकुंभ का पहला अमृत स्नान की शुरूआत हो चुकी है। संत हाथों में तलवार-त्रिशूल, डमरू के साथ संगम पर पहुंच रहे हैं। अघोरी पूरे शरीर पर भभूत लगाए हुए स्नान के लिए आ रहे हैं। कुछ साधु घोड़े और रथ पर सवार होकर डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं। हर-हर महादेव के जयकारों के साथ नागा साधु-संत संगम में डुबकी लगाने के लिए आ रहे हैं।
सभी अखाड़ों को दिया स्नान का समय
निर्वाणी अखाड़े के साधु-संत अमृत स्नान कर चुके हैं। अब निरंजनी के संत संगम में डुबकी लगाएंगे। नागा साधुओं के स्नान को देखने के लिए संगम क्षेत्र में लगभग 15 से 20 लाख श्रद्धालु हैं। देश-दुनिया से आए भक्त साधु-संतों का आशीर्वाद लेने के लिए काफी उत्साहित है। संगम की ओर जाने वाले सभी रास्तों में 8 से 10 किमी तक श्रद्धालुओं का जमावड़ा है। स्नान के लिए सभी 13 अलग-अलग अखाड़ों को स्नान करने के लिए 30-40 मिनट का समय दिया है। दुनियाभर की मीडिया और 50 से ज्यादा देशों के श्रद्धालु संगम पर मौजूद हैं।
सनातन बोर्ड का गठन किया जाए
महाकुंभ में 60 हजार पुलिसकर्मी और पैरामिलिट्री फोर्स के जवान तैनात हैं। प्रयागराज में वाहनों की एंट्री को रोक दी गई है। एप्पल को-फाउंडर स्टीव जॉब्स की पत्नी लारेन पॉवेल भी संगम पहुंच गई हैं। कुछ ही देर में वह भी संगम में डुबकी लगाएंगी। वे निरंजनी अखाड़े से संबंधित हैं। केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति संगम में अमृत स्नान के लिए पहुंच गई है। वे निरंजनी अखाड़े के साथ जुड़ी हुई हैं। उनका कहना है कि महाकुंभ की मांग है कि सनातन बोर्ड का गठन किया जाए, नहीं तो वक्फ बोर्ड को भंग किया जाए।
निरंजनी अखाड़े के स्नान का समय
इटली से आई रॉबर्टो और जुबैंदा का कहना है कि वह कुंभ मेले में पहली बार आए हैं। यहां के लोग उन्हें पसंद हैं। इवेंट बहुत ही ज्यादा शानदार तरीके से आयोजित किया गया है। नीदरलैंड के वी एक्स ने बताया कि यह उनका पहला महाकुंभ है। उन्होंने इससे पहले इतनी बड़ा इवेंट कभी नहीं देखा था। महानिर्वाणी अखाड़े के संतों का अमृत स्नान पूर्ण हो गया है। संत स्नान कर लौटने लगे हैं। निरंजनी अखाड़े के संत अमृत स्नान के लिए निकले हैं।