लखनऊ। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) की तर्ज पर अब यूपी में राज्य राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (SCR) बनाया जाएगा। इसके अंतर्गत 6 जिलों को शामिल किया जाएगा। बीते दिन योगी कैबिनेट की बैठक में इससे संबंधित प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। आज एससीआर के लिए अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। एससीआर […]
लखनऊ। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) की तर्ज पर अब यूपी में राज्य राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (SCR) बनाया जाएगा। इसके अंतर्गत 6 जिलों को शामिल किया जाएगा। बीते दिन योगी कैबिनेट की बैठक में इससे संबंधित प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। आज एससीआर के लिए अधिसूचना भी जारी कर दी गई है।
लखनऊ के आसपास राज्य राजधानी क्षेत्र की घोषणा हो गई है। लखनऊ के आसपास के 6 जिलों के अधिग्रहण की अधिसूचना जारी कर दी गई है। कुल 27860 क्षेत्रफल वर्ग मीटर का एरिया का अधिग्रहण किया जाएगा। प्राधिकरण के अध्यक्ष मुख्यमंत्री विभागीय सचिव और मुख्य सचिव इसके सदस्य होंगे। कई महत्वपूर्ण विभागों के अपर मुख्य सचिव भी इसके सदस्य बनाए जाएंगे। सभी 6 जिलों के डीएम, विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष भी इसके सदस्य होंगे। मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजन भी विकास क्षेत्र प्राधिकरण के सदस्य होंगे। भारत सरकार और रक्षा मंत्रालय द्वारा नामित अधिकारी इसका हिस्सा होंगे। SCR प्राधिकरण के सचिव का पदभार मंडलायुक्त लखनऊ होंगे।
बता दें कि SCR यानी राज्य राजधानी क्षेत्र में हरदोई, रायबरेली, सीतापुर, उन्नाव, बाराबंकी और लखनऊ को शामिल किया गया। इससे लखनऊ से सटे जिलों का तेजी से विकास होगा। सरकार ने इसके लिए ‘राज्य राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण’ के गठन को मंजूरी दे दी है। इससे संबंधित प्रस्ताव को मुख्यमंत्री ने मंगलवार को कैबिनेट बाई सर्कुलेशन मंजूरी दे दी थी। सरकार का ऐसा मानना है कि SCR के गठन से लखनऊ के साथ ही आसपास के सभी 5 अन्य शहरों का सुनियोजित विकास किया जाएगा, वहीं शहरों में नागरिक और अवस्थापना सुविधाओं का भी तेजी से विकास किया जा सकेगा। SCR बनने से प्रदेश के आर्थिक विकास को भी गति दी जा सकेगी।