लखनऊ: संभल स्थित शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा पर सियासी हलचल थमने का नाम नहीं ले रही है. इस घटना में अब योगी सरकार में आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इस मामले पर दो समुदायों के बीच वर्चस्व की लड़ाई बताया है. ऐसे में भाजपा नेता के बयान पर जुबानी जंग शुरू हो गई है.
दंगा भड़काने वालों पर हो कार्रवाई
योगी सरकार में आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने संभल मामले पर कहा, “जिसने भी दंगा भड़काया उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मालूम हो कि संभल में दो पक्षों के बीच वर्चस्व की लड़ाई है, जो अब भी जारी है. इसमें एक पक्ष सांसद का है और एक विधायक का और दोनों ही सपा नेता हैं. जिस तरह से सांसद और विधायक समर्थकों ने वर्चस्व की लड़ाई जारी रखते हुए माहौल खराब किया है।
दो गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई
नितिन अग्रवाल ने आगे कहा, ‘संभल में दो गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई है. एक बड़ा और दूसरा छोटा और इसका नतीजा संभल में देखने को मिला है. फिलहाल संभल में हालात नियंत्रण में है. इस हिंसा में जो भी लोग दोषी हैं उन पर केस दर्ज कर जेल भेज दिया गया है. अब योगी सरकार के मंत्री के इस बयान पर जुबानी जंग शुरू हो गई है.”
तुर्क बनाम पठान की कोई लड़ाई नहीं- इमरान मसूद
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने भी हिंसा पर कहा, ‘लड़ाई पुलिस बनाम मुस्लिम है. तुर्क बनाम पठान की कोई लड़ाई नहीं है. स्पष्ट को किसी प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती। पुलिस फायरिंग की फुटेज है. यानी इंडिया गठबंधन के दोनों नेताओं ने तुर्क बनाम पठान आदि बातों को खारिज कर दिया है. कांग्रेस सांसद ने सरकार पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी आने वाले दिनों में संभल जाएंगे।
यूपी बीजेपी चीफ ने कहा
इस संबंध में यूपी बीजेपी चीफ भूपेन्द्र चौधरी ने कहा कि बर्क और पठान परिवार के बीच राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई है. एक ही पार्टी में होने के बावजूद दोनों ने आमने-सामने चुनाव लड़ा। दोनों के बीच हमेशा जातीय संघर्ष होता रहा है.