लखनऊ। रालोद के NDA के साथ गठबंधन करने से कुछ विधायकों और पदाधिकारियों में नाराजगी होने की चर्चाएं चल रही थीं। जिस पर सोमवार को रालोद अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने खुद सफाई दी है। उन्होंने दिल्ली में अपने पिता चौधरी अजित सिंह की जयंती पर उनको श्रद्धांजलि देने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा उनकी पार्टी का एक भी विधायक इस फैसले ने नाराज नहीं है। उन्होंने एनडीए में शामिल होने की बड़ी वजह भी बताई।
जयंत चौधरी कोई विधायक नराज नहीं
चौधरी जयंत सिंह ने कहा कि इससे कोई भी विधायक नाराज नहीं है। इसके लिए सभी विधायकों से सलाह की गई थी और कार्यकर्ताओं से भी बातचीत करके फैसला लिया। उन्होंने कहा कि यह पहले से कोई योजना नहीं थी कि कोई सोचकर इस तरह से किया गया है। बल्कि बहुत कम समय में परिस्थितियों के कारण यह फैसला लेना पड़ा। अपने लोगों और देश के लोगों के लिए हम कुछ अच्छा करना चाहते हैं। इसलिए भी यह फैसला किया गया है।
आरएलडी को 2 लोकसभा सीट और एक राज्यसभा सीट देने पर चर्चा
पश्चिमी यूपी में आरएलडी की जाटों और किसानों के बीच अच्छी पैठ है। सूत्रो की मानें तो भाजपा के साथ गठबंधन में उसे बागपत और बिजनौर 2 लोकसभा सीट और एक राज्यसभा सीट दी जाएगी। साथ ही यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल और केंद्र में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सीटों की भी चर्चा हुई, लेकिन इन मांगों की स्थिति अभी तक स्पष्ट नहीं है। खबर आयी थी कि यूपी के पश्चिमी क्षेत्र में राज्य की 80 सीटों में से 29 सीटें हैं, जिनमें से पिछले महीने अखिलेश यादव की सपा के साथ आरएलडी का 7 सीटों पर समझौता हुआ था।