लखनऊ। बुलंदशहर के गांव चांदपुर पूठी में राधा स्वामी सत्संग ब्यास आश्रम के सेवादार पर दो नाबालिगों का रेप किए जाने के मामले में नया मोड़ सामने आया है। रेप पीड़िता में से एक नाबालिग किशोरी ने 13 नवंबर को एक बच्ची को जन्म दिया है। वहीं बच्ची को जन्म देने वाली नाबालिग और नवजात शिशु के भविष्य की चिंता भी परिवार वालों को चिंता होने लगी है।
दुष्कर्म की घटना को अंजाम
आश्रम के सेवादार मोहनलाल पर दोनों किशोरियों को नशीला पदार्थ खिलाकर रेप करने का आरोप था। एक किशोरी के गर्भवती होने पर जब परिवार वालों ने इसकी जांच-पड़ताल की तो यह मामला खुलकर सामने आया। आरोपी किशोरियों को कभी बिस्किट देने के बहाने, तो कभी साइकिल चलाने के बहाने आश्रम में बुलाया करता था। जहां वह किशोरियों को नशीले पदार्थ खिलाने के बाद उनके साथ दुष्कर्म जैसी घटना को अंजाम देता था।
किशोरी के स्वास्थ्य का परीक्षण
आश्रम में दो कमरे बने हुए हैं। इन्हीं कमरों में से एक में सेवादार दुष्कर्म का काम करता था। बच्ची के गर्भवती होने पर उसे बीते दिनों जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। वहीं, अब उसने एक बच्ची को जन्म दिया है। पीड़िता के परिवार वालों का कहना है कि जन्मी बच्ची का भविष्य क्या होगा। यह सोचकर ही वह काफी परेशान हैं। उनकी मासूम बेटी का तो जीवन ही बर्बाद हो गया है। सीएमओ डॉ. विनय कुमार सिंह ने बताया कि जिला स्तरीय कमेटी ने किशोरी के स्वास्थ्य को लेकर परीक्षण किया।
जच्चा-बच्चा डॉक्टरों की देख-रेख में
कमेटी की रिपोर्ट के बाद किशोरी को लखनऊ पीजीआइ भेजा गया है। राज्य स्तरीय कमेटी ने जांच कर गर्भपात कराने या प्रसव कराने का विचार किया। जांच में किशोरी 28 सप्ताह की गर्भवती मिली। लखनऊ से 10 नवंबर को किशोरी वापस जिला महिलाअस्पताल लाया गया। यहां चेकअप और निगरानी के लिए जिला महिला अस्पताल की तीन महिला चिकित्सकों का पैनल बनाया है। 13 नवंबर को किशोरी ने ऑपरेशन से नवजात को जन्म दिया। जच्चा-बच्चा को चिकित्सकों की देखरेख में रखा गया है। नवजात को जन्म देने वाली मां भी अभी नाबालिग है।