लखनऊ। रामलला मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को हुआ है। ऐसे में भक्तों द्वारा लगातार भगवान राम का हर दिन विशेष पूजा किया जा रहा है। सामने होली है ऐसे में कहा जाता है कि भगवन को होली का रंग, गुलाल अधिक पसंद है। इसको देखते हुए होली पर रामलला के दरबार में […]
लखनऊ। रामलला मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को हुआ है। ऐसे में भक्तों द्वारा लगातार भगवान राम का हर दिन विशेष पूजा किया जा रहा है। सामने होली है ऐसे में कहा जाता है कि भगवन को होली का रंग, गुलाल अधिक पसंद है। इसको देखते हुए होली पर रामलला के दरबार में धूमधाम से होली मनाने की तैयारी शुरू हो गई है। मंदिर ट्रस्ट ने इसकी पूरी तैयारी भी शुरू कर दी है। होली का स्वरूप कैसा होगा, इस पर मंदिर के तमाम पुजारियों से चर्चा भी हो रही है।
रामनगरी अयोध्या में इस साल राममंदिर की होली सभी के लिए बेहद आकर्षक होने वाला है। ऐसे में रामनगरी को लोगों का आस्था का केंद्र माना जाता है। बता दें कि 495 वर्ष बाद रामलला की होली रामलला के अपने भव्य महल यानी राम मंदिर में होने जा रही है। इसको देखते हुए इस साल की होली रामलला के दरबार में धूमधाम से मनाने की तैयारी चल रही है। ऐसे में जो भी भक्त भगवान राम के अद्भुत होली को देखना चाहते है तो आयोध्या पहुंच कर इस होली का आनंद ले सकते है।
श्री राम के भव्य महल में रामलला की यह पहली होली होने जा रही है। पिछले इतिहास की बात करें तो सन 1528 में मुगल सम्राट बाबर के सेनापति मीर बाकी के आक्रमक हमले के पश्चात रामलला किसी भी तरह की कोई भी उत्सव पर्व रीती रिवाज के साथ नहीं मनाते थे। अब 495 वर्ष बाद रामलला जब टेंट से अपने भव्य महल में पधारे हैं तो इस ख़ुशी में कोई भी त्योहार उनके लिए भव्य होगा।
संत-धर्माचार्यों और राम भक्तों में रामलला की पहली होली को लेकर अधिक उल्लास है। दूसरी तरफ रामनगरी के मंदिरों में भी इस साल राममंदिर वाली होली का आयोजन होने वाला है। तमाम साधु -संतों का कहना है कि होली के विशेष अवसर पर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की खुशी भी पूरे धूमधाम से मनाई जाएगी।
श्रीरामजन्मभूमि के पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा है कि इस बार भक्तों को रामलला के साथ होली खेलने का मौका मिलेगा, इसके लिए तैयारी हो रही है। रामलला को नए वस्त्र धारणकराकर अलग- अलग प्रकार के पकवानों का भोग अर्पित किया जाएगा। भगवान को 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाए जाएंगे। इस प्रसाद को भक्तों को वितरित किया जाएगा। इसके बाद अबीर-गुलाल भगवान राम को अर्पित कर होली का उत्सव मनाया जाएगा। इस बार राममंदिर के गर्भगृह में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होने वाला है, होली के मौके पर गीतों व पदों का गायन भी होगा।