लखनऊ। झांसी मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू वार्ड में लगी आग में 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई है। हादसे में रेस्क्यूकिए गए बच्चों में से 7 की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस बीच मारे गए 10 बच्चों में से 7 की ही पहचान हो पाई है। अन्य तीन बच्चा का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने बताया कि घटना की मजिस्ट्रेटी जांच कराई जाएगी।
विभागीय जांच के दिए निर्देश
इसके अतिरिक्त विभागीय जांच भी कराने की निर्देश दिए गए है। उन्होंने कहा कि इस घटना की जड़ तक पहुंचा जाएगा ताकि भविष्य में इस तरह की घटना दोबारा न हो। उन्होंने कहा कि वहां मौजूद लोगों से पता चला है कि यह हादसा शॉर्ट सर्किट से हुआ है। झांसी मेडिकर कॉलेज के एनआईसीयू की आग की चपेट में आने से 10 बच्चों की मौत हो गई। इस हादसे में आग और धुएं के बीच फंसे रहने के बाद रेस्क्यू किए गए 37 नवजात बच्चों में से 7 की हालत गंभीर है। जिन्हें इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बच्चों का इलाज जारी
फिलहाल हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। वहीं इस हादसे में सियासत भी गरमा गई है। 10 नवजात बच्चों की मौत को लेकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और बसपा की मुखिया मायावती ने भाजपा पर निशाना साधा है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इसे चिकित्सकीय प्रबंध और प्रशासन की लापरवाही बताते हए कहा कि इस मामले में सही जांच कर दोषियों को कड़ी सजा देनी चाहिए।
राष्ट्रपति ने जताया दुख
झांसी अग्नि कांड परराष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दुख जताया है। उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘उत्तर प्रदेश में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज, झांसी में हुई दुर्घटना में कई नवजात शिशुओं की मृत्यु का समाचार अत्यंत हृदय विदारक है। ईश्वर, शोक संतप्त माता-पिता और परिवारजनों को, यह क्रूर आघात सहन करने की शक्ति प्रदान करें। मैं घायल हुए शिशुओं के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।
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अग्नि कांड पर राहुल गांधी का ट्वीट
राहुल गांधी ने अग्नि कांड पर ट्वीट कर लिखा कि झांसी मेडिकल कॉलेज में हुए दर्दनाक हादसे में कई नवजात बच्चों की मृत्यु और घायल होने की ख़बर से बेहद दुखी हूं। पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक हो रही इस तरह की दुखद घटनाएं सरकार और प्रशासन की लापरवाही को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े करती हैं। सरकार सुनिश्चित करे कि घायल बच्चों का बेहतर से बेहतर इलाज हो। साथ ही इस दुखद घटना की तुरंत जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो।