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महाकुंभ भगदड़ के बाद पीएम मोदी ने दी पहली प्रतिक्रिया, कहा – परिजनों को खोने वाले के साथ मेरी गहरी संवेदनाएं

लखनऊ: महाकुंभ में आज तड़के सुबह मौनी अमवस्या पर भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोगों के मरने की खबर है। इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर ट्वीट कर लिखा कि प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है. इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों […]

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  • January 29, 2025 6:54 am Asia/KolkataIST, Updated 11 months ago

लखनऊ: महाकुंभ में आज तड़के सुबह मौनी अमवस्या पर भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोगों के मरने की खबर है। इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर ट्वीट कर लिखा कि प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है. इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है. इस सिलसिले में मैंने मुख्यमंत्री योगी जी से बातचीत की है और मैं लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हूं.

AAP ने कि सीएम योगी की इस्तीफे की मांग

वहीं इस घटना पर विपक्षी दलों के नेता का बयानबाजी भी तेज हो चुकी है। इस बीच आम आदमी पार्टी की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। AAP ने एक्स पर ट्वीट कर लिखा, “यह बहुत गंभीर मामला है. UP सरकार ने महाकुंभ में पूरे देश और लाखों लोगों को आमंत्रित किया. लेकिन, राज्य के मुख्यमंत्री, जिन्हें व्यवस्थाओं की देखरेख करनी चाहिए थी, वे यूपी छोड़कर भाग गये और दिल्ली में राजनीतिक रैलियां करने लग गए. यह बहुत बड़ी भूल है. BJP सरकार ने धार्मिक आयोजनों को राजनीतिक बना दिया है. वहां VIP और अरबपतियों की चाटुकारिता की जाती है, यह आम श्रद्धालुओं के साथ अन्याय है. वहाँ जो स्थिति बनी, उसके लिए योगी आदित्यनाथ और प्रशासन पूरी तरह जिम्मेदार हैं, उन्हें इसके लिए इस्तीफा दे देना चाहिए.”

DIG का बयान

DIG महाकुंभ वैभव कृष्ण ने कहा कि पहला अखाड़ा आगे बढ़ने जा रहा है और सभी अखाड़े अमृत स्नान के लिए निर्धारित क्रम में आगे बढ़ेंगे. आज का कार्यक्रम तय था, लेकिन अखाड़ों ने खुद हमें बताया कि भारी भीड़ के कारण वे ऐसा नहीं कर रहे हैं. अनुमान है कि इसमें करीब 10 करोड़ लोग पहुंचे हुए हैं. उन्होंने सुझाव दिया कि हमें भीड़ प्रबंधन के बजाय सबसे पहले भीड़ नियंत्रण पर ध्यान देना चाहिए. भीड़ नियंत्रित होने के बाद वे स्नान के लिए आगे बढ़ेंगे. प्रशासन किसी को नहीं रोक रहा है.


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