लखनऊ। जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश की गाजीपुर लोकसभा सीट पर अफजाल अंसारी समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनकी बेटी नूरिया अंसारी (Nuria Ansari) भी निर्दलीय चुनाव लड़ने जा रही हैं। हालांकि, इसे अफजाल अंसारी की रणनीति का ही हिस्सा माना जा रहा है कि अगर चुनाव के बीच कोई गड़बड़ होती है तो अंसारी परिवार का प्रतिनिधि चुनाव में रहेगा।
पिता को लेकर क्या बोली नूरिया?
वहीं दूसरी तरफ नूरिया अंसारी (Nuria Ansari) अपने पिता अफजाल अंसारी की तरह अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए जुटी हुई हैं। साथ ही वह लोगों से वोट के लिए अपील कर रही हैं। वहीं एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान, नूरिया अंसारी ने कहा कि गाजीपुर की जनता पार्टी देखकर वोट नहीं करती वो इंसान देखकर वोट करती है। अब्बू (अफजाल अंसारी) की छवि गरीबों की मदद करने वाली रही है। लोग जानते हैं कि अगर ऐसी कोई परिस्थिति आ जाती है तो उन्हें किसका साथ देना है। बुजुर्गों की आंखों में हमारे लिए आंसू होते हैं वो आशीर्वाद देते हैं। वे कहते हैं कि अफजाल की बेटी हो..तो ये मेरी पहचान है कि अफजाल की बेटी हो।
अफजाल अंसारी कब रिटायर होंगे?
नूरिया ने आगे कहा कि अगर ये माफिया होते तो कोई बुजुर्ग हमें ये नहीं कहता कि तुम अफजाल की बेटी हो और हमें आशीर्वाद नहीं देते। वो किवाड़ बंद करके छुप जाते। वहीं पिता के रिटायरमेंट को लेकर नूरिया ने कहा कि जो अच्छे और पढ़े लिखे लोग होते हैं तो उन्हें रिटायरमेंट नहीं लेना चाहिए, हमें लगता नहीं कि उन्हें रिटायरमेंट लेना भी चाहिए। लेकिन अगर सरकार कुछ साजिश कर दे तब परिस्थितियां अलग रहेंगी। नूरिया बोली कि आज हर जगह उनका (अफजाल अंसारी) का ही नाम लिया जा रहा है तो उन्हें रिटायरमेंट की जरूरत नहीं है।