Saturday, September 28, 2024

रहस्यमय कहानी का खुलासा,  30 साल पहले लापता पिता का कंकाल आंगन में मिलने से मचा हड़कंप

लखनऊ: यूपी के हाथरस में उस वक्त हड़कंप मच गया जब गांव के एक घर के आंगन में करीब 30 साल पुराना मानव कंकाल मिला. जमीन के अंदर कंकाल मिलने के बाद मृतक के सबसे छोटे बेटे ने आरोप लगाया कि उसके दो भाइयों ने उसके पिता की हत्या कर दी और शव को घर में छिपा दिया . शिकायत दर्ज कराने वाले उनके बेटे पंजाबी सिंह के अनुसार, मृतक बुद्ध सिंह 1994 में लापता हो गए और कभी नहीं मिले।

बड़े भाइयों पर हत्या का इल्जाम

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हाथरस के मुरसान थाना इलाके के गिलौंदपुर गांव में ये कंकाल मिला. परिवार के सबसे छोटे बेटे ने हाथरस के जिला मजिस्ट्रेट रोहित पांडे के कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई कि उसके पिता की 30 साल पहले हत्या कर दी गई थी और उसके दो बड़े भाइयों और गांव के एक व्यक्ति ने उन्हें घर में दफनाया था।

मामले को लेकर जिला अधिकारी ने क्या कहा?

जिला अधिकारी पांडे के निर्देश के बाद हाथरस पुलिस की हाजरी में खुदाई का काम शुरू हुआ जिसके बाद कंकाल को बरामद किया गया. SHO (मुरसान) विजय कुमार सिंह ने घटना को लेकर कहा कि शिकायतकर्ता पंजाबी सिंह ने अपने पिता बुद्ध सिंह की हत्या के संबंध में हाथरस जिला अधिकारी कार्यालय में केस दर्ज कराई थी।

खुदाई के दौरान निकला मानव कंकाल

अधिकारी ने मामले को लेकर बताया, ‘ सबसे छोटे बेटे ने बताया कि उसके पिता बुद्ध सिंह की हत्या उसके दो बड़े भाइयों और गांव के एक अन्य व्यक्ति ने की. उन्होंने कहा, पंजाबी सिंह 9 वर्ष के थे जब उनके पिता की डेथ हुई थी। थाना प्रभारी ने बताया कि जिला अधिकारी के आदेश के बाद पंजाबी सिंह की शिकायत के आधार पर उनके घर पर खुदाई का काम कराया गया.

DNA रिपोर्ट आने पर होगी कार्रवाई

उन्होंने आगे कहा, ‘खुदाई के दौरान उनके घर में एक कंकाल मिला, जिसके बाद उसे पोस्टमॉर्टम और डीएनए परीक्षण के लिए भेजा गया। उन्होंने कहा, ‘अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है. DNA रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.’

दंपति के चार बेटे थे

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बुद्ध सिंह एक किसान थे और उनकी पत्नी का नाम उर्मिला था। दंपति के चार बेटे थे – प्रदीप, मुकेश, बस्तीराम और पंजाबी सिंह। बुद्ध सिंह वर्ष 1994 में अपने घर से लापता हो गये और फिर कभी नहीं मिले। शिकायतकर्ता ने अपने पिता और बड़े भाइयों के बीच हुए एक विवाद के बारे में बताया।

1994 में भाइयों के बीच हुई झड़प

उन्होंने आगे कहा कि जून 1994 में, उनका अपने बड़े भाइयों के साथ झगड़ा हुआ, जिसके दौरान पंजाबी सिंह को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई। फिर उसे अपने भाइयों पर उसके पिता के लापता होने में शामिल होने का संदेह हुआ।  अपनी शिकायत में उन्होंने उस जगह का भी जिक्र किया जहां उन्हें संदेह था कि उनके पिता को दफनाया गया था।

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