लखनऊ। गुरुवार देर रात उत्तर प्रदेश के माफिया पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की मौत हार्ट अटैक के कारण हो गई। देश में लोकसभा चुनाव का सरगर्मी तेज है। इस बीच योगी सरकार के मंत्री दयाशंकर सिंह ने मुख्तार अंसारी की मौत पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अंसारी की मौत पर कहा कि यदि किसी को कोई आपत्ति होगी तो जांच कराइ जाएगी.
दयाशंकर सिंह ने कहा…
बता दें कि भाजपा की तरफ से किसी मंत्री ने इस मामले पर पहला ऐसा ऑफिसियल प्रतिक्रिया दी है. दयाशंकर सिंह ने इस मामले में कहा कि अखिलेश यादव सरकार में अपराधियों का बोलबाला था. अपराधी जेल से सीधे DGP कार्यालय तक चले जाते थे. अखिलेश यादव अपराधियों को आश्रय देने का काम किए। योगी सरकार में कानून सबके लिए एक समान है। इस मामले में प्रदेश के अन्य नेताओं का लगातार प्रतिक्रिया जारी है। ऐसे में योगी सरकार के एक और अन्य नेता ने अपनी बात कही है।
फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर बात करनी चाहिए – संजय निषाद
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्री संजय निषाद ने इस मामले में कहा कि फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर बात करनी चाहिए. शव का पोस्टमार्टम होना है. यह जांच का विषय है. जब तक पोस्टमार्टम नहीं होता है तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता है. न्यायपालिका पर सभी को भरोसा है. विपक्षी दलों के पास बयानबाजी के सिवाय और कुछ भी नहीं है.
मौत पर बोलीं मुन्नवर राणा की बेटी
इस मामले में लगातार नेताओं का प्रतिक्रिया जारी है। ऐसे में मशहूर शायर रहे मुन्नवर राणा की बेटी सुमैया राणा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने अंसारी की निधन पर कहा कि “हम खून की किश्ते तो कई दे चुके परंतु, ऐ खाके वतन कर्ज अदा क्यों नही करती. एक बड़ा सानेहा है, जिसमें पिछले कई वर्षो से जेल में रहने वाले चाहे शाहबुद्दीन भाई हो, चाहे अतीक अहमद हो, या इस बार मुख्तार भाई का इंतकाल होना, ये लॉ एंड ऑर्डर की धज्जियां उड़ाना हैं और कहीं न कहीं इससे संविधान की धजियां उड़ाना हैं.”
सुमैया राणा ने आगे कहा…
सुमैया राणा ने लगातर हो रहे उत्तर प्रदेश में मौत को लेकर कहा कि बीजेपी अपनी सत्ता के बल पर सत्ता का दुरुपयोग करती है। बीजेपी सत्ता का दुरुपयोग करते हुए, अपने जेल में, अपनी संरक्षण में रहते हुए जैसी मौतें हो रही हैं और उसको बीमारी का नाम दिया जा रहा है. ऐसा पहले भी हो चुका है और आज मुख्तार भाई के साथ भी ऐसा ही देखने को मिला है। बता दें कि गुरुवार देर रात अंसारी की मौत के बाद प्रदेश भर में सुरक्षा पर अधिक जोर दी गई हुई है।