लखनऊ: एक देश एक चुनाव के मुद्दे पर बसपा की मुखिया मायावती ने केंद्र की मोदी सरकार को समर्थन का ऐलान किया है. हालांकि उन्होंने शर्त भी रखी है. केंद्रीय कैबिनेट ने आज बुधवार को एक राष्ट्र एक चुनाव पर बनी कमेटी की रिपोर्ट को स्वीकृति दी. अनुमान है कि शीतकालीन सत्र में केंद्र सरकार की तरफ से वन नेशन वन इलेक्शन संबंधी विधेयक संसद में पेश की जाएगी.
फैसले पर हमारी पार्टी का स्टैण्ड सकारात्मक
इस संदर्भ में बसपा चीफ ने लिखा कि ’एक देश, एक चुनाव’ की व्यवस्था के तहत देश में लोकसभा, विधानसभा व स्थानीय निकाय का चुनाव एक साथ कराने वाले प्रस्ताव को केन्द्रीय कैबिनेट द्वारा आज दी गयी मंजूरी पर हमारी पार्टी का स्टैण्ड सकारात्मक है, लेकिन इसका उद्देश्य देश व जनहित में होना ज़रूरी।’
सपा ने कहा भाजपा चुनाव से भागना चाहती है
इस मामले पर सपा के तरफ से भी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने ट्ववीट कर लिखा, “कि केंद्र की भाजपा सरकार ये जानती है कि जहां जहां भाजपा की सरकार है वहां जब भी चुनाव होंगे भाजपा साफ हो जाएगी. इसलिए भाजपा चुनाव से भागना चाहती है. ये वही बीजेपी है जो नोटबंदी के बड़ी-बड़ी बातें की थी. वन नेशन वन इलेक्शन का जब ड्राफ्ट आएगा तो उस वक्त सपा अपना स्टैंड क्लियर करेगी.”
कांग्रेस और भाजपा ने क्या-क्या कहा?
कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद ने कहा कि यह मोदी सरकार का एक और नाटक है. यह सरकार हर तरफ से गिर चुकी है. उन्होंने कहा कि उन्होंने 400 का आंकड़ा बनाने की योजना बनाई थी लेकिन 240 पर रुक गए. कांग्रेस नेता ने पूछा कि साधारण बहुमत जुटाना मुश्किल है. ये मोदी सरकार कहां से लाएगी दो-तिहाई बहुमत? यह एक ऐसा विषय है जिसे इस चुनाव में चर्चा में लाया गया है ताकि किसी तरह मुद्दों को बदला जा सके ताकि हमारी विफलताओं से ध्यान हटाया जा सके। कांग्रेस नेता ने कहा कि इस पर विस्तार से तभी चर्चा हो सकती है जब यह विधेयक या मसौदे के रूप में लोकसभा या राज्यसभा के सामने आये.
केशव प्रसाद मौर्य ने दी प्रतिक्रिया
इसी मामले पर यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने एक्स पर ट्वीट किया, “#एकदेशएक_चुनाव, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के ऐतिहासिक फ़ैसले का हार्दिक स्वागत और अभिनंदन करता हूँ। देश हित में प्रधानमंत्री मोदी जी का कड़ा और बड़ा निर्णय है। एक भारत श्रेष्ठ भारत।”