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दीक्षांत समारोह में शामिल होने वाराणसी पहुंचे थे मनमोहन सिंह, जहां गंगा आरती को एक टक निहारते रहे

लखनऊ: देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन की खबर के बाद राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई. विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोग देश के लिए डॉ. मनमोहन सिंह के अतुलनीय योगदान को याद कर रहे हैं और उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दे रहे हैं. इस बीच एक ऐसी किस्सा जो पूर्व […]

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  • December 27, 2024 6:04 am Asia/KolkataIST, Updated 10 months ago

लखनऊ: देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन की खबर के बाद राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई. विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोग देश के लिए डॉ. मनमोहन सिंह के अतुलनीय योगदान को याद कर रहे हैं और उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दे रहे हैं. इस बीच एक ऐसी किस्सा जो पूर्व पीएम की वाराणसी से जुड़ी हुई है, जिसे हम अभी नीचे लिखी गई खबर में जानेंगे।

कांग्रेस के कार्यकर्ता भावुक

कल रात उनके निधन की खबर मिलते ही कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता भावुक हो गये और उन्होंने वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए अगले दिन के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिये. केंद्र सरकार की ओर से 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई है.

पूर्व पीएम को याद करते हुए राघवेंद्र चौबे ने कहा

पूर्व पीएम को याद करते हुए कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और महान अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से हम सभी कांग्रेस कार्यकर्ता बेहद आहत हैं. हमने अपना मार्गदर्शक खो दिया, 2008 में डॉ. मनमोहन सिंह अपने परिवार के साथ वाराणसी आए थे।

काशी हिंदू विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह का जिक्र

उन्होंने आगे बताया इस दौरान वो काशी हिंदू विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए थे. जहां उन्होंने दीक्षांत समारोह में उपस्थित लोगों के बीच आधे घंटे से अधिक समय तक संबोधन दिया। इस दौरान उन्होंने परिसर में मौजूद छात्रों को एक नई प्रेरणा दी. इसके अलावा उन्होंने काशी में अलग-अलग जगहों पर आयोजित कार्यक्रमों में भी हिस्सा लिया.

आर्थिक संकट से बाहर निकालने में अहम योगदान

बता दें कि पूर्व पीएम साल 2008 में वाराणसी पहुंचे, जहां उन्होंने अपने फैमली के साथ बाबा काशी विश्वनाथ का दर्शन व पूजन किया था। इसके साथ-साथ गंगा आरती में शामिल हुए. आरती देख कर वो काफी भाव विभोर हो उठे थे. आरती को एक नजर से निहारते रहे। आखिरकार जब उनकी मृत्यु की खबर काशी वालों को लगी तो लोग कहने लगे कि 90 के दशक में मनमोहन सिंह बतौर वित्तमंत्री रहते हुए देश को आर्थिक संकट से बाहर निकाला था.


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