Friday, September 20, 2024

Lok Sabha Elections 2024: प्रयागराज में राहुल-अखिलेश यादव की जनसभा में मचा बवाल, बेकाबू हुई भीड़

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में I.N.D.I.A गठबंधन की एक जनसभा (Lok Sabha Elections 2024) में जमकर बवाल होने की खबर आई है। बताया जा रहा है कि इस सभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को शामिल होना था। लेकिन राहुल-अखिलेश के मंच पर पहुंचते ही समर्थक बेकाबू हो गए और उन्होंने सुरक्षा घेरा तोड़ दिया। लोग मंच की तरफ बढ़ने लगे। सभा में भगदड़ का माहौल बन गया। यही नहीं हालात इतने बिगड़ गए कि मंच पर बैठे अखिलेश ने समर्थकों से शांत रहने की अपील की। बता दें कि अखिलेश और राहुल प्रयागराज में कांग्रेस प्रत्याशी उज्जवल रमण सिंह के लिए प्रचार करने के लिए पहुंचे थे। यहां से भाजपा ने केसरीनाथ त्रिपाठी के बेटे नीरज त्रिपाठी को उतारा है।

बिना भाषण दिए ही वापस चले गए राहुल-अखिलेश

दरअसल, सभा में राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के पहुंचते ही कार्यकर्ता बेकाबू हो गए। हंगामा इतना बढ़ गया कि राहुल गांधी और अखिलेश यादव बिना भाषण दिए ही मौके से निकल गए। बताया गया कि फूलपुर लोकसभा सीट पर राहुल और अखिलेश की संयुक्त जनसभा होनी थी। वहीं हंगामें में कई लोगों को चोटें आईं। साथ ही मीडिया कर्मियों के कैमरा स्टैंड भी टूट गए। बता दें कि इससे पहले रांची में भी I.N.D.I.A ब्लॉक की सभा में हंगामा हुआ था, जिसमें दो गुटों के कार्यकर्ता आपस में ही भिड़ गए।

प्रयागराज में अमित शाह ने विपक्ष पर बोला हमला

दूसरी तरफ आज रविवार (19 मई) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी प्रयागराज के सोंराव में एक जनसभा की। जनसभा (Lok Sabha Elections 2024) को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा जो लोग देश में एक मजबूत प्रधानमंत्री चाहते हैं, उन्हें कमल का बटन दबाकर पीएम मोदी के हाथों को मजबूत करना चाहिए। उन्होंने कहा कि I.N.D.I.A गठबंधन के पास प्रधानमंत्री पद का कोई उम्मीदवार नहीं है। वे पांच साल में पांच प्रधानमंत्रियों के साथ प्रयोग करने की तैयारी कर रहे हैं।

गृह मंत्री ने कहा कि क्या आप ऐसे लोगों को वोट देंगे? सोनिया गांधी चाहती हैं कि उनका बेटा प्रधानमंत्री बने और लालू प्रसाद यादव चाहते हैं कि उनका बेटा मुख्यमंत्री बने, यही उनके जीवन का एकमात्र उद्देश्य है। अमित शाह ने आगे कहा कि अगर इंडिया गठबंधन सत्ता में आया, तो वे एक बार फिर धारा 370 को बहाल करेंगे। तीन तलाक और सीएए को रद्द कर देंगे। कांग्रेस और सपा ने ही 70 साल तक राम मंदिर का निर्माण नहीं होने दिया और कारसेवकों पर गोलियां चलवाईं। इन दलों के नेताओं ने राम मंदिर उद्घाटन के निमंत्रण को भी ठुकरा दिया।

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