लखनऊ। यूपी के आगरा के दयालबाग इलाके में राधा स्वामी सत्संग सभा पर हुए प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर आज इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। सत्संगियों की याचिका पर सुनवाई करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यथास्थिति बरकरार रखने के निर्देश दिए हैं। अब इस मामले की अगली सुनवाई 5 अक्टूबर को होगी। न्यायमूर्ति मनीष कुमार निगम की पीठ ने राधास्वामी सत्संग सभा की याचिका पर सुनवाई करते हुए 5 अक्टूबर को अगली तिथि निर्धारित की है। वहीं सरकार की तरफ से कोर्ट में कहा गया कि याची ने सरकारी जमीन पर अतिक्रमण किया है, जिसपर कार्यवाही की गई है।
जानिए पूरा मामला
दरअसल आगरा जिले के दयालबाग इलाके में 23 सितंबर (शनिवार) को पुलिस और प्रशासन की तरफ से सरकारी जमीन पर कब्जे के मामले में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। अतिक्रमण राधा स्वामी सत्संग सभा की तरफ से कब्जा किए गए जमीन पर चलाया गया। इस दौरान प्रशासन की तरफ से राधा स्वामी सत्संग सभा का गेट गिरा दिया गया। वहीं प्रशासन की टीम के जाते ही सत्संगियों ने मिलकर फिर से गेट खड़ा कर दिया।
पुलिस ने किया लाठीचार्ज
इसके बाद रविवार को एक बार फिर से पुलिस और प्रशासन की टीम अवैध कब्जे को हटाने पहुंची। पुलिस और सत्संगियों का आमना-सामना हो गया। बिगड़े हुए माहौल को शांत करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे लेकिन बात और बढ़ गई और सत्संगियों ने पुलिस बल पर पथराव कर दिया। इससे मौके पर हंगमा हो गया और बेकाबू भीड़ को शांत करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
कोर्ट ने लगाया स्टे
बता दें कि सोमवार को राधा स्वामी सत्संग सभा ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की। इस पर संज्ञान लेते हुए हाईकोर्ट ने दो दिनों के लिए प्रशासन के अतिक्रमण हटाओ अभियान पर रोक लगाते हुए स्टे आर्डर जारी कर दिया। जिसके बाद आज फिर इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई हुई।
पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी
इधर, राधा स्वामी सत्संग सभा के एक सत्संगी ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।
इसमें उन्होंने सत्संगियों की तरफ से किए जा रहे कई समाजसेवी कामों का हवाला दिया है। साथ ही चल रहे घटनाक्रम के बारे में भी अपना पक्ष रखा है। पीएम को लिखे इस पत्र में सत्संगी ने प्रधानमंत्री से सत्संगियों और प्रशासन के बीच हुए टकराव का भी जिक्र किया है।