लखनऊ : उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में आज मंगलवार को हो रहे सत्संग में बड़ा हादसा हुआ है। यहां भोले बाबा का सत्संग चल रहा था। सत्संग समापन के बाद जैसे भी सत्संगस्थल से भीड़ निकलना शुरू हुई तो अचानक भगदड़ मच गई। भगदड़ में अब तक 90 लोगों की मौत की खबर सामने आई है! वहीं यह आकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसको लेकर प्रदेश के मुखिया योगी ने सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट करते हुए दुःख जताया है। साथ ही अधिकारियों को सहायता के लिए निर्देश दिया है।
सीएम योगी ने दिए ये निर्देश
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, घटना की वजहों की जांच के लिए एडीजी आगरा और अलीगढ़ कमिश्नर की एक टीम बनाई गई है। वहीं प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर ट्वीट कर निर्देश जारी किए हैं। “जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार में मा. मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी जी, श्री संदीप सिंह जी घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं तथा प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर पहुंचने हेतु निर्देशित किया है। ADG, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।”
हाथरस डीएम ने की 50 से 60 लोगों के मरने की पुष्टि
बता दें कि हाथरस, डीएम आशीष कुमार ने हादसे में 50 से 60 लोगों के मरने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा है कि अभी भी मृतकों की संख्या के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। इस बीच एटा के एसएसपी राजेश कुमार सिंह ने कहा कि, जिस समय भगदड़ हुई उस वक्त हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे में धार्मिक कार्यक्रम चल रहा था। एटा हॉस्पिटल में अब तक 27 डेड बॉडी आ चुके हैं, जिनमें 23 महिलाएं, तीन बच्चे और एक पुरुष शामिल हैं। अभी घायल हॉस्पिटल नहीं पहुंचे हैं। आगे की जांच जारी है। इन 27 डेड बॉडी की पहचान करने में पुलिस की टीम जुटी हुई है।