लखनऊ: इन दिनों एक बार फिर देश के किसान अपनी मांगों को लेकर नोएडा-दिल्ली बॉर्डर पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच आज शुक्रवार को पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर 9 महीने से डेरा डाले किसानों का एक जत्था दिल्ली के लिए रवाना हो गया. नोएडा के रास्ते दिल्ली पहुंचने के दौरान पुलिस ने कई किसानों को ग्रेटर नोएडा के परी चौक पर हिरासत में ले लिया.
बैरिकेड्स तोड़ आगे बढ़ें
बता दें कि इससे पहले अंबाला में किसानों ने बैरिकेड्स और कंटीले तार उखाड़ दिए थे. बीजेपी नेता अनिल विज ने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार ने किसानों को एक साल से धरने पर बैठा रखा है, इसलिए किसानों को पहले पुलिस-प्रशासन से इजाजत लेनी चाहिए और फिर दिल्ली आना चाहिए.
बीएनएस की धारा 163 लागू
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार किसान दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं और उन्हें रोकने के लिए भारी पुलिस बल तैनात है. इलाके में बीएनएस की धारा 163 लगा दी गई है. किसानों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए हरियाणा पुलिस उन पर स्प्रे कर रही है और पुलिस ने मीडिया को भी वहां से हटने के लिए कहा है.
इंटरनेट सेवा बंद
किसान आंदोलन के चलते अंबाला इलाके में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. अंबाला जिले के अंतर्गत आने वाले गांव डंगडेहरी, लोहगढ़, मानकपुर, ददियाना, बारी घेल, लाहड़, कालू माजरा, देवी नगर, सद्दोपुर, सुल्तानपुर और काकरू में इंटरनेट सेवा बंद रहेगी।
परी चौक पर झड़प का माहौल
इस दौरान ग्रेटर नोएडा के परी चौक पर किसानों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हो गई, जिसके बाद किसानों को हिरासत में ले लिया गया. किसानों ने शुरू किया दिल्ली चलो मार्च, उनका धरना स्थल पंजाब और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर है. किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी के लिए केंद्र की मोदी सरकार पर दबाव बना रहे हैं।