Tuesday, October 1, 2024

राधास्वामी सत्संग सभा के खिलाफ उतरे किसान, बोले- योगीजी न्याय चाहिए…मवेशी भूखे मर रहे

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के खासपुर, जगनपुर सहित पांच गांवों के किसान राधास्वामी सत्संग सभा के खिलाफ उतर आये हैं। इस कड़ी में उन्होंने मंगलवार को संजय प्लेस स्थित शहीद स्मारक में प्रदर्शन किया। 5 गांवों के ग्रामीण व किसानों ने सीएम योगी से गुहार लगाते हुए कहा कि ये सत्संगी हमारे खेतों से एक तिनका भी नहीं लेने देते। इससे हमारे मवेशी भूखे मर रहे हैं। पशुओं को चारा नहीं मिल पा रहा है। योगी जी हमें न्याय चाहिए।

सत्संगियों ने जमीन पर किया अवैध कब्ज़ा

बता दें कि सैकड़ों की संख्या में पहुंचे किसान व ग्रामीणों ने शहीद स्मारक में पोस्टर लहराए और विरोध-प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। खासपुर के प्रधान ने इस दौरन कहा कि सत्संग सभा के कुछ सत्संगियों ने करोड़ों रुपये की जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया है। इन्होंने खेतों पर तारबंदी कर दिया है, जिस वजह से किसान अपने खेतों से घास नहीं काट पा रहे हैं। किसानों की तरफ से इस बाबत शिकायत की गई लेकिन पुलिस-प्रशासन कार्रवाई नहीं करता।

चर्चा में राधास्वामी सत्संग सभा

मालूम हो कि यूपी में इन दिनों राधास्वामी सत्संग सभा चर्चा में है। दरअसल आगरा जिले के दयालबाग इलाके में 23 सितंबर (शनिवार) को पुलिस और प्रशासन की तरफ से सरकारी जमीन पर कब्जे के मामले में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। अतिक्रमण राधा स्वामी सत्संग सभा की तरफ से कब्जा किए गए जमीन पर चलाया गया। इस दौरान प्रशासन की तरफ से राधा स्वामी सत्संग सभा का गेट गिरा दिया गया। वहीं प्रशासन की टीम के जाते ही सत्संगियों ने मिलकर फिर से गेट खड़ा कर दिया।

पुलिस ने किया लाठीचार्ज

इसके बाद रविवार को एक बार फिर से पुलिस और प्रशासन की टीम अवैध कब्जे को हटाने पहुंची। पुलिस और सत्संगियों का आमना-सामना हो गया। बिगड़े हुए माहौल को शांत करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे लेकिन बात और बढ़ गई और सत्संगियों ने पुलिस बल पर पथराव कर दिया। इससे मौके पर हंगमा हो गया और बेकाबू भीड़ को शांत करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।

कोर्ट ने लगाया स्टे

बता दें कि सोमवार को राधा स्वामी सत्संग सभा ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की। इस पर संज्ञान लेते हुए हाईकोर्ट ने दो दिनों के लिए प्रशासन के अतिक्रमण हटाओ अभियान पर रोक लगाते हुए स्टे आर्डर जारी कर दिया। जिसके बाद मंगलवार को फिर इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। जिसमें कोर्ट ने यथास्थिति बरकरार रखने के निर्देश दिए हैं। अब इस मामले की अगली सुनवाई 5 अक्टूबर को होगी।

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