लखनऊ। राज्य में चल रहे बिजली कर्मचारियों की हड़ताल से बिजली संकट पैदा हो गया है। इसे लेकर अब योगी सरकार सख्त रुख अपनाने जा रही है। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा है कि हड़ताली कर्मियों के पास 4 घंटे का समय है। यदि वो तय समय पर अपने काम पर वापस नहीं लौटे तो उनकी सेवा समाप्त कर दी जायेगी। सभी संविदा कर्मी की सेवा समाप्त कर दी जायेगी। बता दें कि विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति के 22 नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। इन 22 लोगों पर एस्मा भी लगाया गया है।
24 घंटे में 1332 संविदा कर्मी बर्खास्त
ऊर्जा मंत्री ने आगे बताया कि संविदाकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है। 24 घंटे में 1332 संविदा कर्मी बर्खास्त किए गए है। शाम तक अन्य लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि जनता और अपने परिवार के हित में काम पर लौट जाइए। सभी को चार घंटे का समय दे रहे हैं। जो लोग शाम छह बजे तक नहीं लौटे, उन्हें बर्खास्त कर दिया जाएगा। उनकी जगह नए लोगों की सेवाएं लेंगे।
मुख्यमंत्री आवास पर हुई थी बैठक
बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार दोपहर ऊर्जा मंत्री एके शर्मा सहित विभाग के अन्य अफसरों के साथ मुख्यमंत्री आवास पर बैठक की। इस दौरान उन्होंने राजय में 24 घंटे बिजली आपूर्ति के निर्देश दिए और कहा कि हड़ताल पर जाने वाले बिजली कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।