Advertisement
  • होम
  • टॉप न्यूज़
  • सीएम योगी का बड़ा ऐलान, रसूलाबाद को अब कहना होगा चंद्रशेखर आजाद घाट

सीएम योगी का बड़ा ऐलान, रसूलाबाद को अब कहना होगा चंद्रशेखर आजाद घाट

लखनऊ: प्रयागराज में महाकुंभ को लेकर लगातार तैयारियां जारी है. योगी सरकार इस महाकुंभ को ऐतिहासिक बनाने में जुटी हुई है. इस बीच संगमनगरी में गंगा नदी के किनारे स्थित रसूलाबाद घाट का नाम बदल दिया गया है. अब इसे शहीद चन्द्रशेखर आजाद घाट के नाम से जाना जायेगा। इसको लेकर नगर निगम प्रयागराज में […]

Advertisement
  • December 1, 2024 10:25 am Asia/KolkataIST, Updated 11 months ago

लखनऊ: प्रयागराज में महाकुंभ को लेकर लगातार तैयारियां जारी है. योगी सरकार इस महाकुंभ को ऐतिहासिक बनाने में जुटी हुई है. इस बीच संगमनगरी में गंगा नदी के किनारे स्थित रसूलाबाद घाट का नाम बदल दिया गया है. अब इसे शहीद चन्द्रशेखर आजाद घाट के नाम से जाना जायेगा। इसको लेकर नगर निगम प्रयागराज में प्रस्ताव पास हो गया है.

प्रयागराज के सबसे पुराने घाटों में से एक

बता दें कि रसूलाबाद घाट प्रयागराज के सबसे पुराने घाटों में से एक है। इसी घाट पर अमर शहीद चन्द्रशेखर आज़ाद का अंतिम संस्कार किया गया था। अब महाकुंभ से पहले योगी सरकार ने आदेश जारी कर इस घाट का नाम अमर शहीद के नाम पर रखा है.

सीएम योगी ने दिए थे निर्देश

वहीं मेयर ने रसूलाबाद घाट का नाम बदलने के लिए नगर निगम में प्रस्ताव पारित किया था। इस संबंध में नगर निगम की ओर से एक प्रेस रिलीज जारी की गयी है. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी ने हाल ही में अपने प्रयागराज दौरे के दौरान कुंभ की तैयारियों का निरीक्षण किया था. इस दौरान उन्होंने दशाश्वमेध घाट और गंगा रिवर फ्रंट रोड का निरीक्षण किया था और फिर रसूलाबाद घाट का नाम बदलने के निर्देश जारी किए थे.

पहले भी बदला जा चुका है कई शहरों का नाम

इससे पहले उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद और फैजाबाद जैसे बड़े शहरों के नाम बदले गए थे. इलाहाबाद को अब प्रयागराज और फैजाबाद को अयोध्या के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा मुगलसराय और झांसी जैसे स्टेशनों का नाम बदलकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय नगर और वीरांगना लक्ष्मीबाई नगर कर दिया गया है. इसके अलावा लखनऊ मंडल के आठ रेलवे स्टेशनों के नाम बदले गए. इनमें निहालगढ़, बनी, मिसरौली, जायस, अकबरगंज, फुरसतगंज, वारिसगंज हॉल्ट और कासिमपुर हॉल्ट शामिल हैं। इन सभी रेलवे स्टेशनों के नाम धार्मिक स्थलों, महापुरुषों और आध्यात्मिक गुरुओं के नाम पर रखे गए थे।


Advertisement