लखनऊ : लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता लागू होने के कारण प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ का जनता दर्शन कार्यक्रम मार्च से स्थगित था, जिसे आज, 16 जून रविवार को गोरखपुर में आयोजित किया गया। इस जनता दर्शन कार्यक्रम में उन्होंने लोगों से भेंट मुलाकात कर उनकी परेशानी सुनीं। इसके साथ उन्होंने इसके निराकरण […]
लखनऊ : लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता लागू होने के कारण प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ का जनता दर्शन कार्यक्रम मार्च से स्थगित था, जिसे आज, 16 जून रविवार को गोरखपुर में आयोजित किया गया। इस जनता दर्शन कार्यक्रम में उन्होंने लोगों से भेंट मुलाकात कर उनकी परेशानी सुनीं। इसके साथ उन्होंने इसके निराकरण के आदेश अपने अधिकारियों को दिया।
रविवार को इससे संबंधित आधिकारिक बयान जारी करते हुए जानकारी दी गई है। इसके पहले राजधानी लखनऊ के सरकारी आवास में सीएम योगी ने जनता की परेशानी सुनीं थीं। बता दें कि लोकसभा चुनाव की तारीख की घोषणा से पहले गोरखपुर में जनता दर्शन कार्यक्रम 9 मार्च को आयोजित हुआ था।
बयान के अनुसार आज रविवार सुबह जनता दर्शन में गंभीर बीमारियों के इलाज में आर्थिक मदद की गुहार लेकर काफी संख्या में लोग पहुंचे थे। सीएम ने सभी को भरोषा दिया कि सरकार इलाज में भरपूर मदद करने के लिए तैयार है और हर जरूरतमंद को इलाज के लिए सीएम विवेकाधीन कोष से भरपूर सहायता दी जाएगी।
सीएम योगी अधिकारियों को आदेश देते हुए कहा कि गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों के अनुमानित चिकित्सीय खर्च की रिपोर्ट तैयार कर शासन को शीघ्र से शीघ्र दी जाए और जिन पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड नहीं बने हैं, उनके आयुष्मान कार्ड बनवाए जाएंगे। बता दें कि गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन के दौरान योगी ने करीब 350 लोगों की दिक्कत्तें सुनीं और समयबद्ध, गुणवत्तापूर्ण तथा संतुष्टिपरक समाधान के आदेश अधिकारियों को दिए।
समस्या सुनने के बाद सीएम योगी ने कहा, ‘‘जनसमस्याओं के निस्तारण में हीलाहवाली अक्षम्य होगी। हर व्यक्ति की समस्या का पूरी प्रतिबद्धता और पारदर्शिता से न्यायोचित समाधान शासन-प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता होती है और इसमें किसी ने भी लापरवाही की तो उसे दंड का भागी बनना पड़ेगा। इसलिए अधिकारी संवेदनशीलता से लोगों की समस्याओं को सुनें और गुणवत्तापूर्ण, त्वरित समाधान सुनिश्चित करें।’’