लखनऊ। देश में आज बुद्ध पूर्णिमा का पर्व उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। श्रद्धालु सवेरे से ही गंगा में डुबकी लगा रहे हैं। काशी और प्रयागराज में गंगा के घाटों पर सवेरे से ही भक्तों का जमावड़ा रहा। गंगा में डुबकी लगाने का सिलसिला अभी जारी है।
राज्यपाल और सीएम ने दी बधाई
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व सीएम योगी आदित्यनाथ ने देश और प्रदेशवासियों को बुद्ध पूर्णिमा की शुभकामानाएं दी है। राज्यपाल ने अपने बधाई संदेश में कहा कि भगवान बुद्ध का त्यागमय जीवन व उत्कृष्ट विचार संपूर्ण मानवता के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उन्होंने कहा कि उनके आदर्श हमारे जीवन को आलोकित करते रहें और हम सभी को शक्ति प्रदान करते रहें।
वहीं सीएम ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि महात्मा बुद्ध का अहिंसा, करुणा और मैत्री का संदेश संपूर्ण मानवता के लिए अमूल्य निधि है। वर्तमान में महात्मा बुद्ध के बताए मार्ग पर चलकर विश्व में शांति व सद्भाव का वातावरण सृजित किया जा सकता है। महात्मा बुद्ध का संदेश मानव मात्र के लिए हमेशा प्रासंगिक बना रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा बुद्ध की शिक्षा हम सभी को जीवन में धर्म का आचरण करने, नैतिक मूल्यों और अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहने के लिए प्रेरित करती है।
क्यों मनाते है बुद्द पूर्णिमा
बता दें कि बौद्द सामुदाय के लोगों के लिए यह बड़ा दिन माना जाता है। बुद्द पूर्णिमा यानी वैशाखी के तौर पर मानाए जाने वाले इस दिन को गौतम बुद्द का निर्वाण दिवस के तौर पर मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इसी दिन भगवान बुद्द को ज्ञान प्राप्त हुआ था। कहते है इसी दिन बुद्द का जन्म हुआ था।
बुद्ध पूर्णिमा की दान-स्नान विधि
बुद्ध पूर्णिमा के दिन सुबह-सुबह उठकर सबसे पहले उठकर स्नान करे। जल को सिर पर लगाकर पहले प्रणाम करें। स्नान करने के बाद सुर्य को अर्घ्य दे। साफ व सफेद कपड़े पहने। फिर मंत्रों का जाप करे। मंत्र जाप के पश्चात सफेद वस्तुओं व जल का दान करें। हो सके तो इस दिन उपवास कर ले। जिसमें केवल फल व जल को ग्रहण को ग्रहण करे। आज के दिन गरीबों और जरुरतमंदों को अपने अनुसार दान करे।