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Breaking: यूपी विधानसभा में पेश किया गया ₹17 हजार करोड़ का अनुपूरक बजट

लखनऊ: यूपी विधानसभा में आज ₹17 हजार करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया गया है। उत्तर प्रदेश विधानसभा में सत्र के दूसरे दिन वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने अनुपूरक बजट पेश किया है. इस अनुपूरक बजट का आकार 17 हजार 865.72 करोड़ रुपये है. इसमें करीब 790 करोड़ रुपये के नये प्रस्ताव भी शामिल हैं. […]

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  • December 17, 2024 7:28 am IST, Updated 2 months ago

लखनऊ: यूपी विधानसभा में आज ₹17 हजार करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया गया है। उत्तर प्रदेश विधानसभा में सत्र के दूसरे दिन वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने अनुपूरक बजट पेश किया है. इस अनुपूरक बजट का आकार 17 हजार 865.72 करोड़ रुपये है. इसमें करीब 790 करोड़ रुपये के नये प्रस्ताव भी शामिल हैं. योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह दूसरा अनुपूरक बजट है.

वित्त मंत्री ने क्या कहा?

योगी सरकार के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि योगी सरकार ने हर स्तर पर वित्तीय अनुशासन बनाए रखा है. इसे जरूरत के मुताबिक खर्च किया जाता है. विकास का एजेंडा हमारे सामने है. विकास का पहिया बड़े पैमाने पर घूम रहा है. अनुपूरक बजट आना है. कुंभ तो शामिल है ही. कुंभ विश्व का सबसे बड़ा मेला है। यूनेस्को ने इसे मानवता की एक स्मारकीय विरासत बताया है। बजट पूरे विकास पर रहेगा।

केशव प्रसाद ने कहा

अनुपूरक बजट पेश होने से पहले उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद ने कहा कि विपक्ष का काम विरोध करना है. सरकार को विकास करना है. विरोध के कारण विकास कार्य नहीं रुकेंगे. आज अनुपूरक बजट आ रहा है, जिसके बाद विकास की गति और बढ़ेगी.

ओम प्रकाश राजभर ने कहा

मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि विकास के लिए धन की जरूरत है. विभिन्न विभागों में धन की आवश्यकता को पूरा करने के लिए सभी विभागों के लिए अनुपूरक बजट आ रहा है। यह बजट उस मुद्दे पर है जो सरकार ने विकास को लेकर राज्य की जनता से वादा किया है.

ब्रजेश पाठक ने कहा

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, ”हम अनुपूरक बजट के जरिये सदन में आयेंगे. यह बजट राज्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगा. इससे महाकुंभ और भी बेहतर बनेगा. कानून व्यवस्था मजबूत होगी.

अनुपूरक बजट कब लाया जाता है?

अनुपूरक बजट एक वित्तीय दस्तावेज है जिसे सरकार एक वित्तीय वर्ष के दौरान पेश करती है। जब पहले से स्वीकृत बजट से अतिरिक्त व्यय की आवश्यकता हो। यह बजट उन खर्चों को कवर करने के लिए पेश किया जाता है जो अनुमानित बजट में शामिल नहीं थे, या जो नई परिस्थितियों के कारण आवश्यक हो गए हैं।


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