लखनऊ। अयोध्या से रविवार की रात 1 बजे धरती हिलने की ख़बर सामने आ रही है। बता दें कि रविवार रात अयोध्या एक बार फिर से हिला है। गौरतलव है कि इस घटना से जानमाल को नुकसान नहीं हुई है। ख़बर मिली है कि वहां के लोगों को भूकंप के हल्के झटके महसूस हुए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक बताया गया है कि रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 3.6 आंकी गई है। अयोध्या से 215 किमी उत्तर में भूकंप का केंद्र 10 किमी की गहराई पर था. वहीं इसके साथ देर रात अफगानिस्तान के फैजाबाद में भी 4.5 तीव्रता का भूकंप आया. यूपी समेत देश के कई हिस्सों में शुक्रवार की देर रात धरती हिली थी. जान बचाने के लिए लोग घरों से बाहर निकल गए थे।
फिर हिली धरती
भूकंप के झटके के कारण उत्तर भारत में धरती हिली है। दहशत से लोग अभी उबरे भी नहीं थे कि अयोध्या में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए. बता दें कि नेपाल में शुक्रवार की देर रात आए 6.4 तीव्रता के भूकंप से तबाही मची है. भूकंप के कारण नेपाल में मरने वालों की संख्या बढ़कर 157 हो गई है. हालंकि बचाव और राहत के लिए एजेंसियां जुटी हुई हैं. मकानों के मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए एजेंसियां की ऑपरेशन जारी है. शनिवार से कर्मचारी राहत और बचाव में लगे हुए है।
नेपाल में सबसे अधिक नुकसान
बात करें शुक्रवार आए भूकंप की तो इसमें सबसे अधिक नेपाल प्रभावित हुआ है। यहां चिकित्सा कर्मियों की टीम पहुंच चुकी है. अनुमान है कि इस भूकंप से नेपाल की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हुआ है. वहीं भारत ने मुसीबत की घड़ी में पड़ोसी धर्म निभाया है. बता दें कि नेपाल में हुए भूकंप से नुकसान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताते हुए मदद की पेशकश की है. दूसरी तरफ 10 करोड़ नेपाली रुपये की सहायता देने के लिए चीन ने भी राहत राशि का एलान किया है. बताया जा रहा है कि अभी नेपाल को भूकंप की हालात से उबरने में कुछ महीनों का समय लगेगा. वहीं हिमालयी क्षेत्र में बसे देश में कई महीनों से जमीन हिलने की ख़बर सामने आ रही है.