लखनऊ। चंद्रयान-3 की सफलता के बाद भारत अब सूरज की तरफ कदम बढ़ा रहा है। इसी कड़ी में आज यानी 02 सितंबर को इसरो आदित्य एल1 को लॉन्च करने वाला है। कुछ देर बाद यानी 11.50 बजे आदित्य एल1 की लॉन्चिंग होगी। वहीं इसकी लॉन्चिंग से पहले हवन-पूजन और प्रार्थना का दौर शुरू हो गया है। मिशन की सफलता के लिए काशी के मंदिरों में हर-हर महादेव का जयघोष हो रहा है। बाबा विश्वनाथ और मां गंगा से Aditya L-1 की सफल लॉन्चिंग के लिए प्रार्थना की जा रही है।
PSLV भरेगा अपनी 59वीं उड़ान
बता दें कि 11.50 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्पेस स्टेशन से Aditya L-1 को लॉन्च किया जायेगा। 127 दिन बाद यह अपने पॉइंट L1 तक पहुंचेगा। इस पॉइंट पर पहुंचते ही आदित्य एल1 अहम डेटा भेजना शुरू कर देगा। PSLV-XL रॉकेट Aditya-L1 को अंतरिक्ष में छोड़ेगा। गौरतलब है कि PSLV की यह 59वीं उड़ान है जबकि XL वैरिएंट की 25वीं उड़ान है।
जानिए क्यों भेजा जा रहा है Aditya-L1
इसरो का यह सूर्य मिशन सूर्य से जुड़े कई रहस्यों का अध्ययन करना चाहता है। आदित्य- L1 वहां जाकर पता लगाएगा कि सौर तूफानों के आने की क्या वजह है? सौर लहरों का धरती के वायुमंडल पर क्या प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा Aditya-L1 सूरज के कोरोना से निकलने वाली गर्मी और गर्म हवाओं का अधययन करेगा। सौर हवाओं के विभाजन और तापमान का अध्ययन करेगा।