लखनऊ। गुरुवार को लखनऊ के थाना ठाकुरगंज अंतर्गत बालागंज स्थित JP हॉस्पिटल में ऑक्सीजन सिलेंडर फटने से दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जिनमें से एक की मृत्यु हो गई। दरअसल इलाइट कम्पनी द्वारा अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर सप्लाई करने का कार्य किया जाता है। इलाइट कंपनी द्वारा इस काम को आरिफ़ और शोभित कर रहे थे।
गुरुवार के दिन भी रोज़ाना की तरह शोभित और आरिफ़ के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर सप्लाई करना काम ही था। किसे पता था कि JP हॉस्पिटल में की जा रही सप्लाई उन दोनों के लिए मुसीबत का सबब बन जाएगी।
जानिए घटनाक्रम
JP हॉस्पिटल के बाहर इलाइट कंपनी के एक लोडर में ऑक्सीजन सिलेंडर रखे हुए थे। जिसमें से कुछ सिलेंडर उस हॉस्पिटल में पहुंचाना था। अस्पताल में सिलेंडर पहुँचाने के लिए आरिफ़ और शोभित गाड़ी से उतर गये और लोडर से सिलेंडर निकालने लगे। लोडर से सिलेंडर उतारना ख़तरे को सौग़ात देने के बराबर साबित हुआ।
दरअसल लोडर से सिलेंडर उतारने के दौरान हाथ से सिलेंडर फिसल कर ज़मीन पर गिर गया था। जिसके बाद विस्फोट हुआ और दोनों ही गंभीर रूप से घायल हो गये। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने आनन-फ़ानन में घायलों को अस्पताल भेजा। जहां शोभित का उपचार जारी हैं जबकि आरिफ़ की मृत्यु हो गई हैं।
तड़पते रहे घायल, बनता गया तमाशा
जेपी हॉस्पिटल के बाहर हुई इस घटना का वीडियो वायरल होने लगा। वीडियो में दिखाई दिया कि किस तरह घायल ज़मीन पर मछली की तरह तड़प रहा था। आस पास राहगीरों का जमावड़ा लग गया और लोग तमाशबीन बन देखते रहे।
एम्बुलेंस के आने में भी हुई देरी
हादसा होने के बाद काफ़ी देर तक घायल ज़मीन में अपना ज़ख़्मी बदन लिए हुए मचलते रहे। वायरल वीडियो में यह ज़ाहिर हो गया है कि कई मिनट तक घायल वही पड़े रहें और सूचना देने के काफ़ी वक़्त बाद एम्बुलेंस पहुची।
घायलों का नहीं बना कोई सहारा
उक्त हादसा जेपी हॉस्पिटल में ऑक्सीजन सिलेंडर पहुँचाने के समय हुआ था। घटना अस्पताल के ठीक बाहर हुई जहां घायल तड़प रहे थे। सामने अस्पताल होने के बावजूद भी अस्पताल प्रशासन द्वारा घायलों को उठा कर उनका उपचार करने का प्रयास नहीं किया गया। गंभीर रूप से ज़ख़्मी होने के बाद इलाज समय से न मिल पाना भी आरिफ़ की मृत्यु का कारण हो सकता हैं। फ़िलहाल शोभित का इलाज जारी हैं।