लखनऊ। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल, 2023 को कॉल्विन परिसर के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वारदात को तीन शूटर्स सनी सिंह, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य ने मिलकर अंजाम दिया था. हालांकि, पुलिस ने मौके से ही तीनो शूटर्स को गिरफ्तार कर लिया था। इसी मामले में सोमवार को प्रयागराज की जिला कोर्ट में सुनवाई हुई. हत्यारोपियों की पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग से कराई गई।
13 जुलाई 2023 को चार्जशीट दाखिल हुई थी
मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में चल रही है.शूटर्स सनी सिंह, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य के खिलाफ 13 जुलाई 2023 को चार्जशीट दाखिल हुई है.सीजेएम दिनेश गौतम ने चार्जशीट का संज्ञान लेकर मुकदमे को परीक्षण के लिए जज के पास भेजा था. तीनों शूटर्स के खिलाफ IPC की धारा 302, 307, 120बी, 419, 420, 467, 468 व आर्म्स एक्ट में चार्जशीट दाखिल की गई है. तीनों शूटर्स को पिछले साल 18 नवंबर को प्रतापगढ़ जिला जेल से चित्रकूट जेल में शिफ्ट किया गया है.
उमेश पाल मर्डर केस के मुख्य आरोपी थे माफिया बंधु
अतीक अहमद और अशरफ राजू पाल हत्याकांड के प्रमुख गवाह रहे उमेश पाल मर्डर केस में मुख्य आरोपी थे. दोनों पर आरोप था कि माफिया बंधुओं ने जेल में रहते हुए उमेश पाल मर्डर की साजिश रची. तब अतीक अहमद गुजरात के साबरमति जेल में बंद था. वहीं, उसका भाई अशरफ बरेली जेल में बंद था. उमेश की हत्या के बाद दोनों भाइयों को प्रयागराज लाया गया था.
पुलिस तीनों को किया था अरेस्ट
इसी दौरान 15 अप्रैल, 2023 को दोनों भाइयों की गोली मारकर हत्या कर दी गई. वारदात को अंजाम देने के बाद शूटर्स सनी सिंह, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य भागे नहीं, बल्कि वहीं खड़े रहे. इसके बाद पुलिस ने तीनों को अरेस्ट कर लिया था. इस वारदात को अंजाम देने के लिए शूटर्स पूरी तैयारी के साथ आए थे. बता दें कि तीनों मीडियाकर्मी बनकर आए थे, जिससे कि पुलिस को शक न हो.